सिवनी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सिवनी जिले में संगठनात्मक बदलाव का बिगुल बजा दिया है। लंबे इंतजार के बाद आखिरकार पांच मंडल अध्यक्षों के नामों की आधिकारिक घोषणा कर दी गई है। इस घोषणा ने जहां कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा भर दी है, वहीं राजनीतिक गलियारों में एक नई सुगबुगाहट भी शुरू हो गई है—क्योंकि घोषित पांच नामों में से दो पर बदलाव की तलवार लटक रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पार्टी आलाकमान ने सिवनी उत्तर मंडल अध्यक्ष की जिम्मेदारी युवराज राहंगडाले को और करकोटी मंडल अध्यक्ष की कमान रामजी चंद्रवंशी को सौंपी है। लेकिन, भीतरखाने से खबर यह है कि इन दोनों नामों को लेकर स्थानीय स्तर पर असंतोष पनप रहा है। कहा जा रहा है कि कुछ वरिष्ठ कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं ने इन नियुक्तियों पर आपत्ति दर्ज कराई है, जिसके चलते भोपाल से इन नामों पर पुनर्विचार के संकेत मिले हैं।
पार्टी में हलचल, कार्यकर्ताओं में असमंजस
घोषणा के महज कुछ घंटे बाद ही भाजपा के जिला कार्यालय से लेकर सोशल मीडिया तक इस संभावित बदलाव की चर्चा जोरों पर है। कार्यकर्ताओं के बीच सवाल उठ रहे हैं—
- “क्या आलाकमान अपना फैसला बदल देगा?”
- “क्या जल्द ही नए चेहरे सामने आएंगे?”
भाजपा के अंदरूनी सूत्र बताते हैं कि यह मामला सिर्फ नामों का नहीं, बल्कि गुटबाजी और स्थानीय समीकरणों का भी है। यही वजह है कि बदलाव की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
सभी की निगाहें भोपाल पर
संगठनात्मक बदलाव के इस दौर में अब सबकी निगाहें सीधे भोपाल स्थित पार्टी नेतृत्व पर टिकी हैं। आने वाले कुछ दिनों में तस्वीर साफ हो सकती है कि युवराज राहंगडाले और रामजी चंद्रवंशी अपनी कुर्सी बचा पाएंगे या नहीं।
फिलहाल, जिले के राजनीतिक माहौल में रहस्यमय सन्नाटा और तेज़ चर्चाओं का अनोखा संगम देखने को मिल रहा है। भाजपा कार्यकर्ता एक ओर जश्न मना रहे हैं, तो दूसरी ओर यह सोचकर सतर्क भी हैं कि कहीं यह खुशी अस्थायी न साबित हो जाए।