नगरपालिका सिवनी की अध्यक्ष अपने तीन वर्षीय कार्यकाल का श्वेत पत्र जारी कर जनता को वास्तु स्थिति से अवगत कराएं। मॉडल रोड व जलावर्धन योजना में भ्र्ष्टाचार,एलम -ब्लीचिंग पाउडर,मुरुम,बोरिंग घोटाले से लेकर भ्र्ष्टाचार के सभी आरोपित बिंदुओ के बारे में तथ्यात्मक जानकारी नगर की जनता को दी जाए।नगर की जनता से ईमानदारी और सुशासन के नाम से वोट झटककर उसका ठीकरा अधिकारियों के सिर पर फोड़ने से अब काम नही चलेगा।उक्ताशय की मांग युवा कांग्रेस अध्यक्ष आनंद पंजवानी ने नगरपालिका अध्यक्ष से एक पत्र के माध्यम से की है।
इस संबंध में आनंद ने बताया कि श्वेत पत्र का आशय और मतलब ही यह है कि सरकार या किसी संस्था द्वारा किये गए कार्यो से जनता संतुष्ट नही है और भ्र्ष्टाचार के आरोप लगातार लग रहे हो तब उसे जनता के सामने अपने कार्यो, निर्णयों का लेखा जोखा देना पड़ता है। श्रीमती आरती शुक्ला को जनता ने प्रत्यक्ष रूप से निर्वाचित किया है इस नाते श्वेत पत्र जारी करना लोकतंत्र का धर्म तो है ही साथ मे उनका नैतिक दायित्व भी है। यदि नगरपालिका में सब कुछ नियमानुसार और ईमानदारी से चल रहा है तो अध्यक्ष श्रीमती आरती शुक्ला को चर्चित और आरोपित बिंदुओं पर श्वेत पत्र जारी करने से कोई परहेज नही होना चाहिए।
सिवनी नगरपालिका नागरिको को सुविधा और सुचारू व्यवस्था उपलब्ध कराने में पूरी तरह से असफल हो चुकी है।पीने के पानी जैसे संवेदनशील मामले में घटिया एलम ब्लीचिंग या मॉडल रोड के भ्र्ष्टाचार का मामला हो नगरपालिका अध्यक्ष अपनी जवाबदेही से नही बच सकती। नगर के बुद्धिजीवी से लेकर आमजन तक सभी नगरपालिका को अब शंका और संदेह की नजर से देख रहे है।बिना पूर्व योजना ,नक्शे और सूचना के पूरे शहर में सड़कों और गलियों की खुदाई कर दी गयी । तकनीकी और गुणवत्ता के बगैर कार्य किये जा रहे क्या यह सब नगरपालिका अध्यक्ष को नही दिखता है।
विज्ञप्ति के अंत मे आनंद पंजवानी ने कहा कि नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती आरती शुक्ला को उस निंदा की भी चिंता करनी चाहिए जो आमजन सुबह शाम नगरपालिका को लेकर कर रही है जनता द्वारा की जा रही निंदा किसी भी कागजी निंदा या प्रस्ताव से ऊपर है जिसके ठोस और प्रत्यक्ष परिणाम देर सवेर आते ही है।