सात युवाओं पर लगाये गये आरोप के विरोध में हुआ आंदोलन
सिवनी । प्रदेश सरकार किसी भी रूप से युवाओं को आगे नहीं बढ़ने देना चाहती, उन्हें झूठे मामले में फंसाकर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करना चाहती है। प्रजातंत्र में अपने अधिकारों के लिये आंदोलन करना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है लेकिन वर्तमान में काँग्रेस सरकार इस स्वभाविक प्रक्रिया को जटिल बनाना चाहती है।
उक्ताशय की बात भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अभिलाष पाण्डेय के द्वारा ब्रहस्पतिवार को कचहरी चौक पर आयोजित आंदोलन के दौरान कही गयी। उन्होंने कहा कि हाल ही में पेट्रोल, डीज़ल मूल्य वृद्धि को लेकर भाजयुमो द्वारा विगत माह आंदोलन किया गया था और इस दौरान युवाओं ने शालीनता का परिचय देते हुए प्रशासन को आमजन की बात ज्ञापन के माध्यम से प्रेषित की थी, लेकिन काँग्रेस के कुछ लोगों को युवा मोर्चा के लोगों का ज्ञापन सौंपना उचित नहीं लगा और उन्होंने 07 युवकों के खिलाफ पुलिस अधीक्षक के समक्ष शिकायत की, जो निश्चित ही नैतिकता के खिलाफ है।
इसी तारतम्य में सुजीत जैन ने कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष के कार्यकर्त्ता होने के कारण भाजपा का यह नैतिक दायित्व है कि वे जनहित के मुद्दे उठायें और यही कार्य कार्यकर्त्ताओं ने किया, लेकिन मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कपटता पूर्वक इन युवाओं पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करवाया, जो निंदनीय है।
इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष प्रेम तिवारी ने कहा कि जब भी काँग्रेस सत्ता में आती है तो निश्चित ही उनका व्यवहार भाजपा के प्रति अच्छा नहीं रहा है। यह कृत्य तो निश्चित ही अशोभनीय और युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। पूर्व सांसद, विधायक नीता पटेरिया ने कहा कि अगर मामले को लेकर कार्यवाही नहीं की गयी तो निश्चित ही प्रदेश स्तर पर यह आंदोलन किया जायेगा।
इस अवसर पर सांसद डॉ.ढाल सिंह बिसेन, पूर्व विधायक नरेश दिवाकर, वेद सिंह ठाकुर, संतोष अग्रवाल, भाजपा नगर अध्यक्ष नरेन्द्र ठाकुर, विनोद सोनी, वैभव पवार, संतोष नगपुरे, जयदीप चौहान, नवनीत ठाकुर, दीपक नगपुरे, चंदन जैन, लालू राय, संजू मिश्रा, मीना बिसेन, रानी बघेल, आरती शुक्ला, लक्ष्मी नागोत्रा, गोमती ठाकुर, वंदना बैस, पार्वती जंघेला, पंकज जैन (पारूल), सर्वेश विश्वकर्मा, राशिद खान, अर्पित जैन, आशीष गोल्हानी, अवधेश पिंकी त्रिवेदी, मुनिया टांक, पप्पी मेहरोलिया, अजय बाबा पांडे सहित अनेक लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में अनुविभागीय अधिकारी श्री चौबे को ज्ञापन प्रेषित किया गया तथा सभी युवकों पर लगाये गये आरोप हटाने की माँग की गयी।