इस बार सोमवती अमावस्या 14 दिसमबर को पड़ रही है और इसको लेकर प्रशासन ने गाइडलाइन जारी की है। सोमवती अमावस्या पर स्थानीय लोग गंगा स्नान कर सकेंगे लेकिन बाहरी श्रद्धालुओं को थोड़ी निराशा हो सकती है। हरिद्वार जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने बताया कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए बाहरी श्रद्धालुओं को बॉर्डर से ही लौटाया जाएगा। स्नान पर्व पर हरिद्वार में भीड़ न जुटे, इसके लिए जिला प्रशासन बाहरी श्रद्धालुओं से हरिद्वार न आने की अपील भी कर रहा है। बता दें कि कोरोना के चलते इस बार लगभग सभी स्नान पर्वों पर हरिद्वार के गंगा घाट सूने ही रहे। स्थानीय लोगों को स्नान करने की अनुमति है लेकिन बाहरी श्रद्धालुओं को नहीं।
14 दिसंबर को सोमवती अमावस्या पर स्थानीय लोग कोरोना प्रोटोकोल के पालन के साथ सभी घाटों पर गंगा स्नान कर सकेेंगे। हालांकि बाहरी श्रद्धालुओं के हरिद्वार आने पर मनाही नहीं है लेकिन पुलिस और प्रशासन की पूरी नजर है कि कितनी संख्या में दूसरे राज्यों से श्रद्धालु आ रहे हैं। अगर हरिद्वार में भीड़ बढ़ी तो बॉर्डर से ही श्रद्धालुओं को लौटाया जाएगा। बता दें कि इससे पहले भी कार्तिक पूर्णिमा पर दूसरे राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को गंगा घाट पर स्नान की अनुमति नहीं दी गई थी।