विदिशा । शहर में लगातार आत्महत्या से हो रही मौतों से भय का माहौल है। शनिवार को शहर के चार युवाओं द्वारा आत्महत्या करने पर विधायक शशांक भार्गव चिंता जाहिर की है।
उन्होंने रविवार को जारी बयान में कहा शहर में आत्महत्या से हो रही मौतों से अभिभावकों के बीच भय और निराशा का वातावरण है। चौंकाने वाली बात ये है कि पिछले दिनों आत्महत्या करने वालों में बड़ी तादाद 20 से 38 साल की उम्र के लोगों की है यानी जो उम्र उत्साह से लबरेज होने और सपने देखने की होती है उसी उम्र में लोग जीवन से पलायन कर रहे हैं। सभ्य समाज के रुप में ये सामूहिक चिंता का विषय है।
विधायक भार्गव ने शहर के युवाओं से अपील करते हुए कहा कि इस भयानक वास्तविकता की एक बड़ी वजह यह है कि पिछले कुछ वर्षों में लोगों की उम्मीदें और अपेक्षाएं तेजी से बढ़ी हैं, लेकिन उसके अवसर उतने नहीं बढ़े। दरअसल, उम्मीदों और यथार्थ के बीच बड़ा फर्क होता है।
यही फर्क अक्सर युवाओं को नशे की गिरफ्त के साथ घोर अवसाद और निराशा की ओर ले जाता है। नशे की लत, क्रिकेट पर सट्टा और बेवजह ब्याज पर कर्ज जैसे कदम उठाने से युवाओं को बचना चाहिए।
जीवन बहुमूल्य है अगर कोई अन्य मानसिक तनाव या परेशानी है तो अपने परिवार, मित्रों के साथ साझा करें। युवा बच्चों के अभिभावकों की भी जिम्मेदारी है बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखें लगातार उनसे बातचीत कर सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार करें।
भार्गव ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में मनोचिकित्सक से निशुल्क परामर्श केंद्र एवं कर्ज की गिरफ्त में फंसे युवाओं के लिए सिटी कोतवाली में हेल्पडेस्क खुलवाने के लिए वे सोमवार को वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा करेंगे। जिससे शहर में अवसादग्रस्त युवाओं की जिंदगी को बचाया जा सके।