उज्जैन। अब बाबा महाकाल की भस्मार्ती शिवलिंग पर टू लेयर कपड़ा लगाकर की जाएगी। महाकाल मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल के अनुसार आर्कियोलॉजिकर सर्वे ऑफ इण्डिया और जियोलॉजीकल सर्वे ऑफ इण्डिया की टीम द्वारा शुक्रवार को किए गए सर्वे के बाद उक्त सुझाव दिए गए थे।
श्री जूनवाल ने बताया कि शुक्रवार को टीम के सदस्यों ने शिवलिंग की गोलाई और ऊंचाई मापी तथा शिवलिंग पर चढ़ाई जानेवाली पूजा सामग्री, जल का नमूना, शिवलिंग के छिद्रों में जमा दही, पूजा सामग्री के नमूने आदि जांच हेतु लिए।
शिवलिंग के क्षरण को रोकने के लिए सुझाव भी दिए, उन्होंने बताया कि कोटितीर्थ कुण्ड के पानी की पीएच की जांच करवाने को भी कहा।
ज्ञात रहे महाकाल मंदिर में शिवलिंग के क्षरण को रोकने के लिए चार वर्ष पूर्व सर्वोच्च न्यायालय ने आर्कियोलॉजिकर सर्वे ऑफ इण्डिया और जियोलॉजीकल सर्वे ऑफ इण्डिया की टीम द्वारा जांच के निर्देश दिए गए थे।
समय-समय पर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा था। उक्त दोनों सर्वे टीम द्वारा जांच का यह क्रम अंतराल से चल रहा है।