उज्जैन में मां शिप्रा शुद्धिकरण का संकल्प ले रहा है मूर्तरूप : मुख्यमंत्री मोहन यादव

SHUBHAM SHARMA
By
SHUBHAM SHARMA
Shubham Sharma – Indian Journalist & Media Personality | Shubham Sharma is a renowned Indian journalist and media personality. He is the Director of Khabar Arena...
12 Min Read
उज्जैन में मां शिप्रा शुद्धिकरण का संकल्प ले रहा है मूर्तरूप : मुख्यमंत्री डॉ.यादव
  • 600 करोड़ की लागत से बनेगा सेवरखेड़ी-सिलारखेड़ी डेम,मां शिप्रा का जल शिप्रा में ही रहेगा
  • मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शिप्रा शुद्धीकरण के अन्तर्गत कान्ह डक्ट परियोजना का भूमिपूजन किया
  • मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने दी उज्जैन को अनेक सौगातें

भोपाल: मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि आज हमारे कई वर्षों का संकल्प मूर्तरूप लेने जा रहा है। हमने सभी सन्तों के साथ यह संकल्प लिया था कि शिप्रा नदी के जल को निर्मल और स्वच्छ बनायेंगे और कान्ह नदी का पानी शिप्रा में मिलने से रोकेंगे।

कान्ह क्लोज डक्ट परियोजना के माध्यम से अब कान्ह का दूषित जल मां शिप्रा के किसी भी तट पर नहीं मिलेगा। कान्ह का पानी गंभीर नदी के निचले किनारे तक पहुंचाया जायेगा, जिसे भी शुद्धिकरण किया जायेगा और आसपास के किसानों को सिंचाई के लिये पानी मिलेगा।

600 करोड़ रुपये की लागत से आने वाले समय में सेवरखेड़ी में बैराज निर्मित कर शिप्रा का पानी लिफ्ट कर सिलारखेड़ी ले जाया जाएगा और वहां से पुन: शिप्रा में छोड़ा जाएगा। इससे शिप्रा का पानी शिप्रा में ही रहेगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज उज्जैन के ग्राम डेंडिया स्थित शनि मन्दिर के पास आयोजित 817 करोड़ की लागत से कान्ह क्लोज डक्ट परियोजना एवं अन्य भूमिपूजन एवं लोकार्पण कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम में लगभग 598.66 करोड़ की लागत से बनने वाली कान्ह क्लोज डक्ट परियोजना का भूमिपूजन किया। इसके अतिरिक्त लगभग 217 करोड़ के निर्माण कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया।

उज्जैन-जावरा मार्ग फोरलेन बनेगा

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि 5 हजार करोड़ की लागत से उज्जैन-जावरा फोरलेन व्हाया नागदा का शीघ्र निर्माण पूरा होगा। वहीं उज्जैन-इन्दौर सिक्सलेन का शीघ्र भूमिपूजन किया जायेगा। विकास का यह क्रम सन्त समाजजनों के सहयोग से निरन्तर जारी रहेगा। विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

उन्होंने कहा कि 16 जून को पीएमश्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा का शुभारंभ किया जाएगा, जिसके माध्यम से श्रद्धालु कम समय में महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर जैसे तीर्थ स्थानों पर पहुंच सकेंगे। वहीं उज्जैन से पीएमश्री पर्यटन वायु सेवा के माध्यम से यात्री उज्जैन, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, रीवा, इन्दौर, सिंगरोली, खजुराहो की हवाई सेवा का लाभ भी ले सकेंगे।

आयुष्मान कार्ड धारियों के लिए नि:शुल्क एयर एंबुलेंस सेवा

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि उज्जैन में निरन्तर विकास के कार्य चल रहे हैं तथा यहां के निवासियों को नित्य कई सौगातें मिल रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी पात्रता धारी अपना आयुष्मान कार्ड अवश्य बनवायें, जिससे उन्हें 5 लाख रुपये तक की नि:शुल्क उपचार का लाभ प्राप्त हो सके।

एयर एम्बुलेंस सेवा के माध्यम से आयुष्मान कार्ड धारी गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को कम समय में मुम्बई, दिल्ली जैसे शहरों पर उपचार के लिये पहुंचाया जाएगा। यह सेवा आयुष्मान कार्ड धारियों के लिए पूरी तरह नि:शुल्क रहेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बीमार व्यक्ति की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है।

भगवान कृष्ण और राम के लीला स्थलों का होगा विकास

उज्जैन और इन्दौर संभाग सहित प्रदेश के सभी देवस्थानों व सभी धार्मिक पर्यटन स्थलों का विकास किया जायेगा। भगवान महाकाल के महालोक का लोकार्पण प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा किया गया। उसके बाद से उज्जैन की दशा बदली है। यहां के लोगों को रोजगार मिलने के साथ ही धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिला है।

मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा कि महाकाल लोक में स्थित सप्तऋषियों की प्रतिमाएं जो क्षतिग्रस्त हो गई थी, उन्हें उज्जैन में ही कलाकारों द्वारा ठोस पत्थर तरासकर निर्मित किया जा रहा है। उन्हें शीघ्र ही महाकाल लोक में पुनर्स्थापित किया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा कि भगवान राम और कृष्ण के समय के ऐतिहासिक क्षणों के साक्षी रहे स्थलों का विकास किया जायेगा।

उज्जैन में लगेगा प्रतिमाएं बनाने का कारखाना

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि उज्जैन में प्रतिमाएं बनाने का कारखाना स्थापित किया जाएगा। यहां बनी प्रतिमाएं प्रदेश और देश के कोने-कोने तक पहुंचेंगी। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। पीतल से भी यहां प्रतिमाएं बनायी जायेंगी। पूजा-पाठ सामग्री, भगवान की पोशाक, पूजा के पात्र भी प्रदेश में तैयार कर देश के कोने-कोने में उपलब्ध कराये जायेंगे। शासन द्वारा विद्यालयों तथा महाविद्यालयों के पाठ्यक्रम में धार्मिक प्रसंगों को भी जोड़ा गया है।

कान्ह क्लोज डक्ट परियोजना समय पर पूर्ण होगी: जलसंसाधन मंत्री श्री सिलावट

जल संसाधन मंत्री श्री तुलसी सिलावट ने कहा कि आज पुनीत अवसर है। मैं मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव जी का आभार व्यक्त करता हूं, कई वर्षों की साधना के बाद मां शिप्रा शुद्धिकरण का संकल्प पूरा हो रहा है। कान्ह क्लोज डक्ट परियोजना समय पर पूर्ण किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि उज्जैन की सिंचाई क्षमता को 1 लाख 20 हजार हेक्टेयर से बढ़ाकर 4 लाख हेक्टेयर की जाएगी। मध्यप्रदेश में पहले जहां मात्र 5 से 6 लाख हेक्टेयर में सिंचाई होती थी उसे बढ़कर अब 47 लाख हेक्टेयर में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। जिसे 2025 तक 65 लाख हेक्टेयर किया जाएगा। उन्होंने जल संवर्धन अभियान के तहत जल स्त्रोत तालाबों के पुनर्जीवन और बावड़ियों के जीर्णोद्धार के लिए आभार व्यक्त किया।

उल्लेखनीय है कि इंदौर तथा सांवेर के सीवेज युक्त जल को कान्ह नदी के माध्यम से क्षिप्रा नदी में मिलने से रोकने के लिए जमालपुरा ग्राम के समीप कान्ह नदी पर बैराज का निर्माण करते हुए क्लोज डक्ट के माध्यम से जल का गंभीर नदी में गंभीर बांध के डाउन स्ट्रीम में डायवर्ट किया जायेगा।

साथ ही आगामी सिंहस्थ को दृष्टिगत रखते हुए प्रावधानों के अनुसार जल प्रवाह 40 क्यूसेक जल बहाव क्षमता के रूपांकन कार्य किया गया है। जिसमें इंदौर शहर तथा सांवेर शहरी क्षेत्र की अनुमानित जनसंख्या से आने वाले सीवेज एवं सांवेर जल उद्वहन परियोजना के कमाण्ड क्षेत्र मे होने वाली सिंचाई से जल के रि-जनरेशन, देवास एसटीपी से आने वाले जल को पंप कर कान्ह नदी में छोड़ते हुए डक्ट के माध्यम से व्यपवर्तित किया जाएगा।

उक्त परियोजना में 100 मीटर लम्बाई में एप्रोच चैनल 28.650 कि.मी. लम्बाई में 4.50 मीटर के डी-आकार में भूमिगत बाक्स तथा अंतिम 100 मीटर लम्बाई में ओपन चैनल निर्माण का कार्य प्रस्तावित है। परियोजना में निर्माण कार्य की समय-सीमा 42 माह रखी गई है, जिसमें 15 वर्षों का संचालन तथा रखरखाव का प्रावधान किया गया है। डक्ट में शुरुआती तथा अंतिम छोर के अतिरिक्त 4 संख्या में पहुंच मार्ग प्रस्तावित हैं, जिसकी चौड़ाई डक्ट के समान ही 4.5 मी. रखी गई हैं। जिसके माध्यम से डक्ट के अंदर सफाई कार्य जाने हेतु हैवी मशीनरी का भी प्रवेश सुनिश्चित किया जायेगा।

उज्जैन को 816 करोड़ रु. के विकास कार्यों की दी सौगात

मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा 816 करोड़ 69 लाख रुपये की लागत के कुल 41 विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया गया। जिनमें 598 करोड़ 66 लाख रुपए की लागत से कान्ह क्लोज डक्ट परियोजना का निर्माण, 38 करोड़ 50 लाख रुपए की लागत से दताना से नागझिरी मार्ग का निर्माण, 24 करोड़ 08 लाख रुपए की लागत से तराना में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का 100 बिस्तरीय सिविल अस्पताल भवन में उन्नयन/निर्माण, 21 करोड़ 07 लाख रुपए की लागत से तरण ताल से देवास रोड वाया कलेक्टोरेट एवं मंगलनाथ से चककमेड तक मार्ग निर्माण, 14 करोड़ 31 लाख रुपए की लागत से घटिया में नवीन शासकीय आईटीआई का निर्माण, 12 करोड़ 14 लाख रुपए की लागत से उज्जैन में 4 मार्गों का निर्माण, 9 करोड़ 82 लाख रुपए की लागत से सिंहस्थ अंतर्गत रत्नाखेड़ी, मंगरोला, चांदुखेड़ी, जलालखेड़ी, नागदा मार्ग का निर्माण, 9 करोड़ 53 लाख रुपए की लागत से जमालपुरा, कोकलाखेडी, नईखेडी सिलोदामोरी मार्ग का निर्माण, 7 करोड़ 62 लाख रुपए की लागत से चादमुख सिकंदरी गंगेडी ब्रजराज खेडी छायन मार्ग का निर्माण, 4 करोड़ रुपए की लागत से काल भैरव मंदिर पार्किंग बाउंड्रीवाल, शेड, रेलिंग आदि का निर्माण का भूमिपूजन किया गया।

इसके अतिरिक्त 22 करोड़ 91 लाख रुपये की लागत से पूर्ण किए गए 23 विकास कार्यों का लोकार्पण भी मुख्यमंत्री के द्वारा किया गया। इनमें 8 करोड़ 27 लाख रुपए की लागत से 18 ग्रामों में नल-जल योजना निर्माण कार्य, 3 करोड़ 63 लाख रुपए की लागत से उज्जैन में प्रशिक्षण केन्द्र के छात्रावास भवन निर्माण, 3 करोड़ 25 लाख की लागत से केन्द्रीय जेल उज्जैन परिसर में खुली जेल का निर्माण, 99 लाख रुपए की लागत से म.प्र. पुलिस आवास एवं अधोसरंचना विकास निगम के विभिन्न कार्यों का निर्माण, 73 लाख रुपए की लागत से आक्याजागीर में हायर सेकेन्डरी स्कूल का उन्नयन, 27 लाख रुपए की उज्जैन में पिछड़ा वर्ग पोस्ट मैट्रिक बालक छात्रावास भवन का निर्माण शामिल है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किया हितग्राहियों को हितलाभ वितरण

मुख्यमंत्री एवं अन्य अतिथियों के द्वारा मंच से विभिन्न शासकीय योजनाओं के अन्तर्गत लाभांवित होने वाले हितग्राहियों को प्रमाण-पत्र वितरित किये गये। इनमें बड़नगर के सिद्धिविनायक स्व-सहायता समूह व लक्ष्मी स्व-सहायता समूह तथा घट्टिया के महालक्ष्मी स्व-सहायता समूह को 225 लाख रुपये की राशि सीसीएल योजना के अन्तर्गत, घट्टिया के शिवशक्ति स्व-सहायता समूह, खाचरौद के जय हनुमान स्व-सहायता समूह, राम आजीविका स्व-सहायता समूह को 335.55 लाख रुपये की राशि सीसीएल योजना के अन्तर्गत, महिदपुर के बाबा रामदेव स्व-सहायता समूह, निर्मला स्व-सहायता समूह और तराना के श्री गणेश स्व-सहायता समूह को 340 लाख रुपये की राशि सीसीएल योजना के अन्तर्गत, उज्जैन के अरमान और जय महाकाली स्व-सहायता समूह को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अन्तर्गत 25 लाख रुपये की राशि, समोन्नत मुर्रा पाड़ा योजना के अन्तर्गत जीवनलाल को पशुपालन विभाग द्वारा 77 हजार 456 रुपये, आचार्य विद्या सागर योजना के अन्तर्गत अजय मालवीय को 8 लाख 40 हजार रुपये, पीएम स्वनिधि योजना के अन्तर्गत आनन्दीलाल वर्मा और केवल जैन को 50-50 हजार रुपये तथा नीतेश जाटवा को 10 हजार रुपये के चेक वितरित किये गये।

Share This Article
Follow:
Shubham Sharma – Indian Journalist & Media Personality | Shubham Sharma is a renowned Indian journalist and media personality. He is the Director of Khabar Arena Media & Network Pvt. Ltd. and the Founder of Khabar Satta, a leading news website established in 2017. With extensive experience in digital journalism, he has made a significant impact in the Indian media industry.
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *