राज्य शासन द्वारा अंकुर कार्यक्रम में 13 से 15 अगस्त 2023 तक प्रदेश व्यापी महा पौध-रोपण अभियान चलाया जायेगा। नागरिकों, समुदायों, शासकीय विभागों और स्वैच्छिक संगठनों के सहयोग से होने वाले अभियान के लिये प्रमुख सचिव पर्यावरण श्री गुलशन बामरा ने सभी संभागायुक्त और जिला कलेक्टर्स को दिशा निर्देश जारी कर दिये गये हैं।
अंकुर उपवन चिन्हित करें
कलेक्टरों से कहा गया है कि आम जन की सुविधा के लिये सभी शहरों और गाँवों में पौध-रोपण के लिये स्थल “अंकुर उपवन” चिन्हित करें और अन्य आवश्यक सुविधायें सुनिश्चित करें।
जिलों के अशासकीय, समुदाय आधारित और निजी संगठनों को अभियान से जोड़ते हुये उनके परिसर एवं अन्य उचित स्थलों पर पौध-रोपण का भी कार्य किया जा सकता है।
कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित होगी समिति
पूर्व महा अभियान की तर्ज पर प्रत्येक जिले में कलेक्टर की अध्यक्षता में सभी स्टेक होल्डर को शामिल करते हुए जिला स्तरीय समिति का गठन किया जायेगा। समिति 13 से 15 अगस्त तक पौध-रोपण अभियान का सतत समन्वय, अनुश्रवण और मॉनिटरिंग करने के साथ अंकुर कार्यक्रम की साप्ताहिक प्रगति की समीक्षा करेगी।
शासकीय कार्यालय और प्रतिष्ठान परिसर में भी होगा पौध-रोपण
प्रदेश के सभी शासकीय कार्यालय भवन, सार्वजनिक उपक्रम, औद्योगिक संस्थान, निगम-मंडल कार्यालयों के प्रांगण, स्कूल, कॉलेज, ऑगनवाड़ी, छात्रावास, पंचायत परिसर आदि में भी पौध-रोपण किया जायेगा।
पौधों की व्यवस्था
पौधों की व्यवस्था संबंधित व्यक्ति या संस्था द्वारा की जायेगी। वन, उद्यानिकी और कृषि विभाग की नर्सरी में उपलब्ध पौधों का उपयोग प्रचलित नियमानुसार किया जायेगा। रोपित पौधों की सुरक्षा, सिंचाई और देख-भाल की जिम्मेदारी पौध-रोपण करने वाले व्यक्ति,संगठन या शासकीय संस्था की होगी।
पौध-रोपण का पंजीयन वायुदूत-अंकुर एप पर
अभियान से जुडने वाले प्रत्येक व्यक्ति को पौध-रोपण का पंजीयन अंकुर कार्यक्रम के वायुदूत-अंकुर एप पर करना होगा। प्रत्येक रोपित पौधे की फोटो वायुदूत एप पर अपलोड करनी होगी। एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। प्रतिभागियों द्वारा पौध-रोपण के 30 दिन बाद वायुदूत अंकुर एप पर रोपित पौधे का द्वितीय फोटो अपलोड करने पर सहभागिता प्रणाम-पत्र डाउनलोड किया जा सकेगा। पौध-रोपण के 6 माह बाद पौधे का तृतीय फोटो अपलोड करना होगा।
अब तक 66 लाख से अधिक पौध-रोपण पंजीकृत
प्रमुख सचिव श्री बामरा ने बताया कि पौध-रोपण को जन आंदोलन बनाने के लिये प्रदेश में जन भागीदारी से 1 से 5 मार्च 2022, 28 जुलाई से 15 अगस्त 2022 तथा 19 फरवरी 2023 को प्रदेश स्तरीय पौध-रोपण महा अभियान चलाया गया। महा अभियान के दौरान प्रदेश के नागरिकों ने उत्साह से भाग लिया। अंकुर कार्यक्रम में अब तक 16 लाख से अधिक नागरिकों द्वारा 66 लाख से अधिक पौध-रोपण का पंजीयन किया जा चुका है।