मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद की बैठक मंत्रालय में वंदे-मातरम् के गान के साथ आरंभ हुई। मुख्यमंत्री ने बैठक से पहले अपने संबोधन में नीति आयोग से आई अच्छी खबर के लिए मंत्रि-परिषद के साथियों को बधाई दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आयोग द्वारा जारी मल्टी डायमेंशनल पावर्टी इंडेक्स (राष्ट्रीय बहुआयामी गरीबी सूचकांक) के अनुसार प्रदेश में 15.94 प्रतिशत अर्थात एक करोड़ 36 लाख लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं, जो मध्यप्रदेश के लिए बड़ी उपलब्धि है।
केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के समग्र प्रभाव का परिणाम
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि एक करोड़ 36 लाख लोगों को केंद्र और राज्य की योजनाओं से जो लाभ मिला, उसके समग्र प्रभाव का परिणाम है यह उपलब्धि। लोगों के पोषण, रहन-सहन, खान-पान में लगातार सकारात्मक बदलाव आया है, जो केंद्र और राज्य सरकार के कार्यक्रमों और योजनाओं के परिणामस्वरूप ही संभव हुआ है।
डिजिटल लैंड रिकॉर्ड्स मॉर्डनाइजेशन में प्रदेश के 15 जिलों के कलेक्टर को सम्मान
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु डिजिटल इंडिया लैंड रिकॉर्ड्स मॉर्डनाइजेशन कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के 15 जिला कलेक्टर सहित देश के 75 जिलों के कलेक्टर को सम्मानित कर रही हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने इस उपलब्धि के लिए राजस्व विभाग, तत्कालीन प्रमुख सचिव राजस्व श्री मनीष रस्तोगी, सभी संबंधित जिला कलेक्टर और राजस्व रिकॉर्ड के डिजिटलाइजेशन में लगी टीम को बधाई दी।
नई दिल्ली में मध्यप्रदेश के 15 जिलों भोपाल, उमरिया, अनूपपुर, हरदा, खरगोन, अलीराजपुर, गुना, आगर-मालवा, नीमच, टीकमगढ़, उज्जैन, इंदौर, विदिशा, सिंगरौली और सीधी जिले के कलेक्टर्स सम्मानित होंगे।