भोपाल/बैतूल । मध्यप्रदेश में इस बार रबी सीजन 2021-22 में गेहूं का बंपर उत्पादन हुआ है। यही कारण है कि प्रदेश की मंडियों में आवक होने के साथ ही दाम भी अधिक होने से इस बार न सिर्फ गेहूं उत्पादक किसान मालामाल हो रहे हैं बल्कि मंडी का खजाना भी बढ़ रहा है।
पिछले दो माह में ही मंडी प्रबंधन को गेहूं से करोड़ों रुपए मंडी शुल्क के रूप में प्राप्त हुए हैं जिससे किसानों के साथ ही मंडी प्रबंधन भी मालामाल हो रहा है। पिछले चार दिनों से ही गेहूं के प्रचलित दाम में 60 रुपए प्रति क्विंटल का उछाल आया है। गेहूं के न्यूनतम दाम 2070 रुपए क्विंटल थे जो समर्थन मूल्य से 55 रुपए क्विंटल अधिक है।
बता दें कि रबी सीजन में इस साल गेहूं का बंपर उत्पादन होने के साथ ही दाम में भी उछाल है। सरकार द्वारा गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2015 रुपए प्रति क्विंटल घोषित किया गया है।
सरकारी खरीदी केंद्रों पर इस भाव में एफए क्वालिटी का बेस्ट गेहूं लिया जा रहा है, जबकि गुरूवार को मंडी में जो सबसे निम्र क्वालिटी का गेहूं आया वह भी 2070 रुपए प्रति क्विंटल बिका।
वहीं अच्छी क्वालिटी का गेहूं तो 2200 रुपए प्रति क्विंटल तक बिका। औसत दाम भी 2130 रुपए प्रति क्विंटल रहे जो समर्थन मूल्य से 115 रुपए प्रति क्विंटल अधिक है। दो माह में हुई 45 हजार मीट्रिक टन की आवक
मंडी में किसानों को गेहूं के दाम अधिक मिलने से किसान या तो स्वयं ही मंडी में गेहूं ला रहे हैं या फिर गांव में छोटे व्यापारियों को गेहूं बेच रहे हैं। व्यापारी भी गेहूं मंडी लाकर ही बेच रहा है जिससे मंडी में गेहूं की बंपर आवक हो रहा है। बडोरा कृषि उपज मंडी में मार्च माह में 2 लाख 9 हजार 480 क्विंटल गेहूं की आवक हुई है।
वहीं अप्रैल माह में अभी तक लगभग 2 लाख 47 हजार 380 क्विंटल गेहूं की आवक हो चुकी है। मंडी में इस सीजन में गेहूं का औसत भाव 2050 रुपए प्रति क्विंटल भी माने तो दो माह में गेहूं से ही किसानों को लगभग 93 करोड़ 86 लाख रुपए का भुगतान हो चुका है।
मंडी में उपज बेचने पर 1.5 प्रतिशत मंडी टैक्स लगता है जिससे मंडी प्रबंधन को दो माह में गेहूं से ही लगभग 1 करोड़ 40 लाख रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। यदि गेहूं के दाम समर्थन मूल्य से कम रहते तो किसान सरकारी खरीदी केंद्रों पर गेहूं बेचता और मंडी में आवक नामात्र की रहने से इतना मंडी शुल्क नहीं मिल पाता।
लगातार बढ़ रहे दाम
इस साल गेहूं के दाम में भी लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। पिछले चार दिन में ही गेहूं के प्रचलित दाम 60 रुपए प्रति क्विंटल बढ़कर 2130 रुपए हो गए हैं। सप्ताह के पहले दिन सोमवार को गेहूं के प्रचलित दाम 2070 रुपए प्रति क्विंटल थे जो मंगलवार 2080 रुपए, बुधवार 2090 रुपए और गुरूवार को 2130 रुपए प्रति किवंटल हो गए।
पिछले 3 दिनों से तो गेहूं के न्यूनतम दाम भी समर्थन मूल्य से अधिक हैं जिससे समर्थन मूल्य खरीदी केंद्रों पर सन्नाटा पसरा है वहीं मंडी में बंपर आवक हो रही है जिससे किसानों के साथ मंडी प्रबंधन का खजाना भी भर रहा है।