MP Weather Update: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल समेत राज्य के अन्य हिस्सों में इन दिनों रात के तापमान में अस्थायी वृद्धि देखी जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 3-4 दिनों में तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि हो सकती है। हालांकि, इसके तुरंत बाद ठंड फिर से अपना प्रभाव दिखाने लगेगी।
मौसम विज्ञानियों का पूर्वानुमान: कोहरे और धूप का दिलचस्प मेल
ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग में सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने की संभावना है।
- ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़ और छतरपुर जैसे शहरों में कोहरे की घनी परत देखी जाएगी।
- हालांकि, दिन में धूप खिलने की संभावना जताई गई है, जिससे दिन का वातावरण सामान्य रहेगा।
तापमान में बढ़ोतरी: कहां कितनी ठंड?
राज्य के कई शहरों में न्यूनतम तापमान में बदलाव देखने को मिला है।
- इंदौर, धार, खंडवा, खरगोन और नर्मदापुरम में रात का तापमान 10-11 डिग्री सेल्सियस के आसपास है।
- इसके विपरीत, पचमढ़ी, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और मंडला जैसे इलाकों में पारा 7 डिग्री सेल्सियस से नीचे गिर चुका है, जिससे ठंड और अधिक तीव्र हो गई है।
दिसंबर की ठंड ने तोड़े रिकॉर्ड
दिसंबर का महीना मध्य प्रदेश में खासा ठंडा रहा है।
- भोपाल में पिछले 58 वर्षों में सबसे ठंडा दिसंबर दर्ज किया गया।
- लगातार नौ दिन तक शीतलहर का प्रकोप रहा।
- ठंड के कारण भोपाल, इंदौर और ग्वालियर के स्कूलों ने समय में बदलाव किए।
- भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क में जानवरों को हीटर का सहारा दिया जा रहा है।
ठंड के जल्दी आगमन के कारण
मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार दिसंबर में सामान्य से पहले ही शीत लहरों ने दस्तक दे दी।
- आमतौर पर तीव्र ठंड का असर दिसंबर के दूसरे हफ्ते में महसूस किया जाता है।
- लेकिन इस साल पहले हफ्ते में ही ठंड की शुरुआत हो गई, जिससे लोगों को जल्दी सर्दी का अहसास हुआ।
उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव
पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के साथ-साथ मध्य प्रदेश के मौसम को भी प्रभावित कर रहे हैं।
- इनकी सक्रियता से राज्य में ठंड से अस्थायी राहत मिल रही है।
- लेकिन विक्षोभ के गुजरने के बाद उत्तरी पहाड़ियों में बर्फबारी शुरू हो जाएगी।
- इसका प्रभाव मध्य प्रदेश में बर्फीली हवाओं के रूप में महसूस होगा, जिससे ठंड फिर से बढ़ेगी।
आने वाले दिनों का मौसम कैसा रहेगा?
मौसम विभाग के अनुसार, ठंड से फिलहाल कुछ दिनों तक राहत मिल सकती है।
- लेकिन जैसे ही उत्तरी हवाएं सक्रिय होंगी, ठंड का एक और दौर शुरू हो जाएगा।
- साल के अंत तक कड़ाके की सर्दी की एक और लहर आने की संभावना है।
राज्य में सबसे ठंडे स्थान और प्रमुख तापमान
मध्य प्रदेश में सबसे कम तापमान पचमढ़ी में दर्ज किया गया, जो 3.3 डिग्री सेल्सियस था।
अन्य प्रमुख ठंडे स्थान:
- कल्याणपुर (शहडोल): 3.7°C
- मंडला: 4.5°C
- उमरिया: 5.3°C
- टीकमगढ़: 6.7°C
प्रमुख शहरों में न्यूनतम तापमान:
- जबलपुर: 5.2°C
- भोपाल और ग्वालियर: 6.4°C
- उज्जैन: 9.8°C
- इंदौर: 11.8°C
ठंड के प्रति सतर्कता: उपाय और तैयारी
कड़ाके की सर्दी से बचने के लिए जरूरी है कि लोग अपनी दिनचर्या में कुछ बदलाव करें।
- गर्म कपड़ों का उपयोग करें।
- हीटर और ब्लोअर का सही इस्तेमाल करें।
- बुजुर्गों और बच्चों का खास ध्यान रखें।
- यदि आवश्यक हो, तो सुबह और देर रात के समय यात्रा से बचें।
मध्य प्रदेश में सर्दी का यह दौर लोगों को एक बार फिर से ठंड के प्रति सावधान रहने का संदेश दे रहा है।