भोपाल । मध्यप्रदेश बीते दिनों हुई लगातार बारिश के प्रभाव से अभी उबर नहीं पाया है। इसी बीच मौसम वैज्ञानिकों ने अगले दो दिनों तक भारी बारिश की संभावना से इंकार किया है।
लेकिन वातावरण में मौजूद नमी के कारण हल्की-फुल्की बौछारें पड़ सकती हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार दो दिन बाद बारिश का दौर फिर शुरू हो सकता है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक गुना पर बने अवदाब के क्षेत्र के कारण पिछले दो दिनो से प्रदेश में रुक-रुककर तेज बौछारें पड़ रही थीं।
राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के अधिकतर जिलों को तरबतर करने के बाद अवदाब का क्षेत्र वर्तमान में राजस्थान में कोटा के पास पहुंच गया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इसके चलते अभी दो दिन तक भारी वर्षा होने के आसार नहीं हैं। हालांकि वातावरण में बड़े पैमाने में नमी बरकरार रहने के कारण रुक-रुककर बौछारें पड़ती रहेंगी।
उधर मंगलवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक रतलाम में 28, खरगोन में 20, गुना में 16, धार में 14, उज्जैन में आठ, शिवपुरी में पांच, भोपाल में 4.8, इंदौर में 4.4, पचमढ़ी में दो, खंडवा में दो, दमोह में दो, मलाजखंड में दो ग्वालियर में 1.3, जबलपुर में एक, सागर में एक, नौगांव में एक, छिंदवाड़ा में 0.8, बैतूल में 0.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
वैज्ञानिकों के अनुसार अवदाब का क्षेत्र आगे बढ़कर कोटा पहुंच गया है। मानसून ट्रफ भी अवदाब के क्षेत्र से होकर गुजर रहा है। इस मौसम प्रणाली के आगे बढ़ने के कारण गुरुवार, शुक्रवार को भारी वर्षा से राहत मिलेगी। हालांकि अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी से मिल रही नमी के कारण पूरे प्रदेश में रुक-रुककर बौछारें पड़ सकती हैं। गुरुवार को उज्जैन, इंदौर, ग्वालियर संभागों के जिलों में वर्षा होने के आसार हैं।