भोपाल । मध्य प्रदेश में मानसून मेहरबान है। कम दबाव का क्षेत्र मध्य प्रदेश के मध्य में सक्रिय है। मानसून ट्रफ भी कम दबाव के क्षेत्र से होकर गुजर रहा है। इन दो मौसम प्रणालियों के असर से प्रदेश के विभिन्न जिलों में वर्षा हो रही है।
बादल बने रहने के साथ ही बौछारें पडऩे के कारण तापमान में गिरावट हुई है।
बुधवार सुबह से राजधानी भोपाल के आसमान में काले घने बादल छाए हुए हैं और हल्की बौछारें गिर रही हैं। रुक-रुककर बौछारें पडऩे से राजधानी के वातावरण में बड़े पैमाने में नमी मौजूद है। मौसम विभाग ने कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। 6 संभागों में गरज चमक के साथ बिजली गिरने की संभावना जताई गई है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक ममता यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में कम दबाव का क्षेत्र मध्य प्रदेश के मध्य एवं उससे लगे उत्तरी क्षेत्र पर बना हुआ है।
मानसून ट्रफ बीकानेर, कोटा, झारखंड, पूर्णिया से मप्र में बने कम दबाव के क्षेत्र से होकर बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है। इन दो मौसम प्रणालियों के प्रभाव से मिल रही लगातार नमी से मप्र के विभिन्न जिलों में बारिश हो रही है।
मौसम विभाग ने कई जिलों में बारिश के साथ गरज चमक का अलर्ट जारी किया है। जिसमें सागर, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, भोपाल, जबलपुर, चंबल सहित ग्वालियर संभाग के कई जिले शामिल है।
इसके अलावा कई जिलों में भारी बारिश की संभावना जाहिर की गई है। इन जिलों में बीते दिनों 64.5 से 115.5 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। कई जिलों में गरज़ चमक साथ भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया। उसमें रायसेन, गुना के अलावा विदिशा, सीहोर, नीमच, रतलाम, शाजापुर, आगर और मंदसौर शामिल है।
नर्मदापुरम में बौछारें जारी रहेंगी
इधर नर्मदापुरम संभाग में भारी बारिश से अभी राहत रहेगी, अलबत्ता रिमझिम और बौछारों भरा मौसम के साथ कहीं-कहीं बिजली चमकने, गिरने और बादल गरजने के साथ वर्षा की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार नर्मदापुरम संभाग में गरज के साथ बिजली गिरने, चमकने का यलो अलर्ट है। भारी वर्षा जैसे मौसम से अभी राहत मिलती दिखाई दे रही है। संभाग में अनेक स्थानों पर वर्षा या गरज-चमक के साथ
ग्वालियर-चंबल संभाग में कोई प्रभावी सिस्टम सक्रिय नहीं
वहीं ग्वालियर में खंड-खंड वर्षा का दौर जारी है। यह स्थिति ग्वालियर सहित अंचल में बनी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में नया सिस्टम विकसित हो रहा है। इस वजह से 20 जुलाई से झमाझम वर्षा हो सकती है।