MP WEATHER: भोपाल, ग्वालियर, उज्जैन और मध्य प्रदेश के अन्य कई जिलों में ओलावृष्टि और बारिश का दौर अब समाप्त हो गया है। अब प्रदेश भीषण गर्मी की चपेट में आ चुका है। रविवार को 14 से अधिक शहरों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया। रतलाम सबसे गर्म शहर बनकर उभरा, जहां पारा 42.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
भीषण गर्मी की चेतावनी: मौसम विभाग का अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, सोमवार से पूरे राज्य में भीषण गर्मी पड़ने की संभावना है। विशेषकर राजस्थान की सीमा से लगे जिलों में 9 अप्रैल से लू का अलर्ट जारी कर दिया गया है, जो 15 अप्रैल तक सक्रिय रहेगा। वहीं, 9 और 10 अप्रैल को कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश और बादल छाए रहने की संभावना जताई गई है, जो पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण होगा।
हफ्तावार मौसम पूर्वानुमान: अप्रैल में कहर बनकर टूटेगी गर्मी
सप्ताह 1 (1-7 अप्रैल): हल्की राहत, लेकिन दिन चुभते रहेंगे
- रात का तापमान: 21-24 डिग्री सेल्सियस
- दिन का तापमान: 39-42 डिग्री सेल्सियस
- लू की संभावना: नहीं
- बारिश: अधिकांश जिलों में हल्की बारिश संभव
इस सप्ताह कुछ राहत जरूर मिलेगी, लेकिन दोपहर में धूप कड़ी और असहनीय बनी रहेगी।
सप्ताह 2 (8-14 अप्रैल): तापमान में उछाल, लू की दस्तक
- रात का तापमान: 26 डिग्री सेल्सियस तक
- दिन का तापमान: 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना
- लू की संभावना: 2-3 दिन लू चल सकती है
- प्रभावित संभाग: इंदौर, ग्वालियर, रीवा
इस सप्ताह गर्म हवाओं का असर शरीर और स्वास्थ्य दोनों पर पड़ सकता है। लू के चलते बाहरी गतिविधियों में सावधानी बरतनी होगी।
सप्ताह 3 (15-21 अप्रैल): भीषण गर्मी का दौर
- रात का तापमान: 25-27 डिग्री सेल्सियस
- दिन का तापमान: 42-44 डिग्री सेल्सियस
- लू: 2-3 दिन तक सक्रिय
- बारिश: कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश संभव
गर्मी का प्रभाव पूरे प्रदेश में स्पष्ट नजर आएगा। हवा में नमी की कमी और तेज धूप मिलकर वातावरण को और अधिक कठिन बनाएंगे।
सप्ताह 4 (22-30 अप्रैल): अप्रैल का सबसे गर्म दौर
- दिन का तापमान: 45 डिग्री सेल्सियस तक
- रात का तापमान: 30 डिग्री सेल्सियस तक
- लू: 3-4 दिन तक गर्म हवाएं चलेंगी
- कारण: बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती परिसंचरण
इस सप्ताह को लेकर IMD ने विशेष चेतावनी दी है। यह महीना इतिहास का सबसे गर्म अप्रैल साबित हो सकता है।
इन शहरों में टूटा गर्मी का रिकॉर्ड
- रतलाम: 42.6°C
- नर्मदापुरम: 42.2°C
- खजुराहो: 42°C
- उज्जैन: 41°C
- भोपाल और मंडला: 40.5°C
- ग्वालियर: 40°C
- इंदौर और जबलपुर: लगभग 40°C
ये आंकड़े दर्शाते हैं कि मध्य प्रदेश का कोई भी कोना अब गर्मी से अछूता नहीं है।
लंबे समय तक चलेगी गर्मी: विशेषज्ञों की चेतावनी
मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि अप्रैल और मई में प्रदेश में लगातार गर्म हवाएं चलेंगी:
- 15-20 दिनों तक तेज लू
- 30-35 दिनों तक सामान्य गर्म हवाएं
- मई में भी रहेगा तापमान चरम पर
इसलिए जनता को पहले से सतर्क रहने की आवश्यकता है। खासकर बुजुर्ग, बच्चे और बीमार व्यक्तियों को ज्यादा सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
IMD की नागरिकों को सलाह
- हाइड्रेटेड रहें: दिन में कम से कम 3-4 लीटर पानी पिएं
- हल्के रंग के कपड़े पहनें
- धूप में निकलने से बचें, खासकर दोपहर 12 से 4 बजे के बीच
- बाहर काम करने वालों को छाया और ठंडी जगह पर आराम देना जरूरी
- ORS, नींबू पानी, नारियल पानी जैसे तरल पेय अपनाएं
- खाने में हल्के और सुपाच्य भोजन का सेवन करें
गर्मी से बचाव ही इस समय स्वास्थ्य बनाए रखने का एकमात्र उपाय है।
गर्मी से जुड़ी बीमारियां और उनकी रोकथाम
भीषण गर्मी में हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन, घबराहट, त्वचा में जलन और थकान जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। इनसे बचने के लिए:
- धूप में सिर को ढकें
- तेज धूप में चलने से बचें
- घर से बाहर निकलने से पहले पानी पीकर निकलें
- बर्फ वाले पेय से परहेज करें, ठंडा लेकिन सामान्य पेय लें
कृषि और बिजली आपूर्ति पर असर
गर्मी का असर कृषि फसलों और बिजली आपूर्ति पर भी पड़ रहा है। खेतों में नमी की कमी और फसलों में झुलसन देखने को मिल रही है। वहीं, एसी और कूलर की मांग बढ़ने से बिजली की खपत चरम पर पहुंच गई है, जिससे लोड शेडिंग की समस्या भी बढ़ सकती है।
सतर्कता ही सुरक्षा है
अप्रैल महीने में मध्य प्रदेश में पड़ रही भीषण गर्मी ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। रिकॉर्ड तोड़ तापमान और लू की स्थितियों को देखते हुए जनता को अत्यधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है। सरकारी एजेंसियों और स्वास्थ्य विभाग को भी पूर्व तैयारी और जागरूकता अभियान चलाना चाहिए ताकि गर्मी जनित बीमारियों से बचा जा सके।