भोपाल । उत्तर भारत में एक के बाद एक कर दो पश्चिमी विक्षोभ के असर से बुधवार से मध्यप्रदेश में भी मौसम का मिजाज बिगडऩा शुरू हो गया है। राजधानी भोपाल के आसमान में सुबह से बादल छाए हुए हैं।
धूप नहीं निकलने और हवा चलने से सिहरन का अहसास हो रहा है।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बुधवार से मध्य प्रदेश में बादल छाने के साथ ही ग्वालियर, चंबल संभागों के जिलों में कहीं-कहीं हल्की बौछारें पडऩे का सिलसिला शुरू हो सकता है।
गुरुवार-शुक्रवार से प्रदेश के अन्य जिलों में भी बारिश की गतिविधियां तेज होने लगेंगी। इस दौरान कई स्थानों पर गरज-चमक के साथ ओले भी गिर सकते हैं।
मौसम का मिजाज नौ-दस जनवरी तक बिगड़ा रहने की संभावना है। उसके बाद एक बार फिर रात के तापमान में गिरावट होने लगेगी।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक उदय सरवटे ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में पाकिस्तान और उसके आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ ट्रफ के रूप में सक्रिय है। इसके प्रभाव से दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। इससे हवाओं का रुख बदलने लगा है।
हवाओं के साथ नमी आने से बुधवार से बादल छाने के साथ ग्वालियर-चंबल संभागों के जिलों में बारिश होने के आसार हैं। सात जनवरी को एक तीव्र आवृति वाले पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है। इसके प्रभाव से एक अन्य प्रेरित चक्रवात राजस्थान पर बनेगा।
इस सिस्टम के कारण अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी आने लगेगी। इससे सात जनवरी से वर्षा की गतिवधियों में और तेजी आने लगेगी।
सात-आठ जनवरी को पूरे मध्यप्रदेश में गरज-चमक के साथ तेज बारिश होने की संभावना है। इस दौरान कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं। मौसम का मिजाज 10 जनवरी तक खराब बना रहने के आसार हैं। उसके बाद मौसम साफ होने पर रात के तापमान में गिरावट होने लगेगी।