MP WEATHER ALERT: मध्य प्रदेश में मानसून का आगमन हो चुका है, और यह समाचार राज्य के विभिन्न हिस्सों में खुशियाँ लेकर आया है। मानसून ने तीन दिनों के अंतराल में 32 जिलों में दस्तक दी है और अगले पाँच दिनों में पूरे राज्य में छा जाने का अनुमान है। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी है कि ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में बादल छाने की संभावना सबसे अंत में है।
2024 में मध्यप्रदेश में सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान
इस बार सामान्य से 106% तक बारिश होने का अनुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक, 25-26 जून को एक मजबूत प्रणाली सक्रिय होगी, जिससे पूरा प्रदेश मानसून की बारिश से भीग जाएगा। यह अनुमान किसानों और सामान्य जनता के लिए राहत की खबर है, क्योंकि लंबे समय से सूखे का सामना कर रहे क्षेत्र को अब भरपूर पानी मिलेगा।
एमपी में बारिश के आंकड़े
रविवार-सोमवार की रात को मध्य प्रदेश के भोपाल, इंदौर, उज्जैन और जबलपुर समेत 17 जिलों में बारिश हुई। सबसे अधिक बारिश भोपाल में 1.7 इंच दर्ज की गई। धार-सागर में 1 इंच और सतना में 1.2 इंच बारिश हुई। इंदौर, खरगोन, शिवपुरी और खंडवा में आधा इंच या उससे अधिक बारिश हुई। नर्मदापुरम, खंडवा, रायसेन, उज्जैन, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, नौगांव, सिवनी और टीकमगढ़ में भी बारिश हुई।
एमपी में बारिश से जुड़ी घटनाएँ
बड़वानी में सोमवार सुबह बच्चों को स्कूल छोड़ने जा रहे एक स्वास्थ्यकर्मी की बोलेरो गाड़ी गोई नदी के पुल पर पानी में फंस गई। हालांकि, समय रहते सभी को सुरक्षित बचा लिया गया। इस घटना ने बारिश के साथ आने वाले खतरों की ओर भी ध्यान खींचा है और प्रशासन को सतर्क रहने की आवश्यकता पर बल दिया है।
भारतीय मौसम विभाग की घोषणा (IMD ALERT FOR MP)
भारतीय मौसम विभाग ने रविवार को भोपाल, इंदौर और उज्जैन समेत 26 जिलों में मानसून के पहुंचने की घोषणा की। ये जिले हैं: अलीराजपुर, बड़वानी, धार, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, इंदौर, उज्जैन, देवास, सीहोर, भोपाल, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, जबलपुर, सागर, दमोह, कटनी, उमरिया, शहडोल, सीधी और सिंगरौली।
मानसून का प्रगति और विस्तार
इससे पहले मानसून छह जिलों पंढुर्ना, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी और अनूपपुर में प्रवेश कर चुका था। इस तरह अब मानसून कुल 32 जिलों में पहुंच चुका है, जिससे राज्य का बड़ा हिस्सा अब मानसून की चपेट में आ चुका है।
अगले दो दिनों का मौसम पूर्वानुमान
25 जून का पूर्वानुमान
भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर एवं प्रदेश के शेष जिलों में वर्षा एवं गरज चमक के साथ बौछारें पड़ने का येलो अलर्ट जारी किया गया है। खंडवा और हरदा जिलों में मौसम साफ रहने की संभावना है।
26 जून का पूर्वानुमान
भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर एवं प्रदेश के शेष जिलों में वर्षा एवं गरज चमक के साथ बौछारें पड़ने का येलो अलर्ट। अनूपपुर, शहडोल और निवाड़ी जिलों में भारी बारिश और वज्रपात का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मानसून का असर और प्रशासनिक तैयारियाँ
मानसून के आगमन के साथ ही प्रशासन ने भी अपनी तैयारियाँ शुरू कर दी हैं। नदियों और तालाबों के जलस्तर की निगरानी की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की निकासी और बाढ़ नियंत्रण की व्यवस्था की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने भी मानसून से उत्पन्न होने वाले रोगों से निपटने के लिए उपाय किए हैं।
मध्यप्रदेश एक किसानों और कृषि पर प्रभाव
मानसून की अच्छी बारिश से राज्य के किसानों को काफी राहत मिलेगी। खरीफ फसलों की बुवाई की तैयारी तेज हो चुकी है। धान, मक्का, सोयाबीन और कपास जैसी फसलों की बुवाई का समय आ चुका है और पर्याप्त पानी मिलने से फसलें बेहतर तरीके से उग सकेंगी।
सामान्य जीवन पर प्रभाव
मानसून की बारिश से आम जनजीवन भी प्रभावित हुआ है। शहरी क्षेत्रों में जलजमाव और ट्रैफिक जाम की समस्याएँ देखी गई हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों की स्थिति खराब होने की सूचना मिली है। प्रशासन ने सड़कों और पुलों की मरम्मत के लिए कदम उठाए हैं ताकि जनजीवन सामान्य बना रहे।
सावधानियाँ और सुझाव
बारिश के मौसम में बिजली की गड़गड़ाहट और वज्रपात के खतरों को ध्यान में रखते हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है। नदियों और जलाशयों के पास न जाने की हिदायत दी गई है।