भोपाल: मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं की तरफ से प्रशासनिक अधिकारियों को अपने आवास पर बुलाकर निर्देशित करने और भ्रमण के दौरान अधिकारियों को साथ लेकर जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. इस पर कांग्रेस (Congress) ने चुनाव आयोग सहित संभाग कमिश्नर से शिकायत की है. साथ ही कांग्रेस ने इस प्रकार की व्यवस्था को बंद किए जाने की मांग की है. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि आने वाले समय में इन विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होने हैं. ऐसे में ये लोग कहीं न कहीं संभावित प्रत्याशी मतदाताओं को प्रभावित करने का काम कर रहे हैं.
कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह (RP Singh) ने पिछले दिनों पूर्व मंत्री इमरती देवी, पूर्व मंत्री प्रद्युम्न सिंह और पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल के अधिकारियों के साथ मीटिंग को लेकर चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने शिकायत में कहा था कि ये नेता वर्तमान में किसी भी संवैधानिक पद पर नहीं हैं. इसके बावजूद भी यह लोग प्रशासन के अधिकारियों को निर्देशित करने का काम कर रहे हैं. जबकि भारतीय संविधान में इस तरह की कोई व्यवस्था नहीं है.
वहीं कांग्रेस की शिकायत पर पूर्व विधायक मुन्ना लाल गोयल (Munna Lal Goyal) का कहना है कि उनके इलाके में यदि कोई समस्या होती है, तो वे अधिकारियों से मिलने जाते हैं, ताकि समस्याओं का समाधान हो सके. पूर्व विधायक ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस केवल राजनीति करना जानती है. कांग्रेस को जनता की परेशानी से कोई लेना देना नहीं है.
आपको बता दें कि पूर्व मंत्री इमरती देवी, पूर्व मंत्री प्रद्युम्न सिंह और पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल कांग्रेस पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो चुके हैं और वर्तमान में ये लोग किसी भी संवैधानिक पद पर नहीं हैं.