MP PATWARI EXAM GHOTALA: मध्यप्रदेश भर्ती परीक्षा (MP PATWARI EXAM 2023) में लगातार ही कई उमीदवारों और विपक्ष में बैठी कांग्रेस के द्वारा घोटालों का आरोप लगाया जा रहा है। मध्यप्रदेश कांग्रेस ने दावा किया है कि बीजेपी नेता के कॉलेज के छात्रों का नाम मेरिट सूची में सबसे ज्यादा है। आरोप है कि जिन छात्रों ने टॉप किया है, वे अंग्रेजी में अपना नाम सही तरीके से नहीं लिख पाते हैं।
MP PATWARI EXAM GHOTALA: मध्य प्रदेश में एक और भर्ती घोटाले (MP Bharti Ghotala) का दावा किया जा रहा है। मध्यप्रदेश में व्यावसायिक परीक्षा मंडल (VYAPAM) पहले घोटालों के नाम पर बहुत बदनाम था. जिसके बाद व्यापम (VYAPAM) का नाम बदलकर प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (MP PEB) किया गया था, लेकिन घोटाले के मामले अब भी सामने आते रहते हैं। ताजा मामला पटवारी भर्ती (MP PATWARI BHARTI GHOTALA) से जुड़ा है।
ग्वालियर के एक कथित बीजेपी नेता के कॉलेज में परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों का मेरिट सूची में नाम आने से बड़ा हड़कंप मच गया है।
दिलचस्प बात यह है कि संयुक्त परीक्षा के इतने कठिन पेपर में अन्य परीक्षा केंद्रों के आवेदकों के पास 140 नंबर नहीं थे, लेकिन गवालियर के इस परीक्षा केंद्र के आवेदकों ने कथित रूप से 180 नंबर तक प्राप्त किए हैं।
सोशल मीडिया पर विभिन्न स्क्रीनशॉट दिखाए जा रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि जो आवेदक अंग्रेजी में हस्ताक्षर नहीं कर पा रहे हैं, उनके नंबर 160 से अधिक हैं, और ये सभी आवेदक एक ही गवालियर के परीक्षा केंद्र में परीक्षा देने आए थे।
कांग्रेस ने कई आरोप लगाए हैं
विपक्षी दल कांग्रेस ने एक ग्रुप को सक्रिय करके सोशल मीडिया पर भर्ती घोटाले का खुलासा किया है। हालांकि, कर्मचारी चयन मंडल और मध्य प्रदेश सरकार द्वारा अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। कांग्रेस ने परीक्षा को रद्द करके ऑफलाइन परीक्षा की मांग की है।
दिग्विजय सिंह ने एक ट्वीट करते हुए यह कहा है कि शिवराज सिंह चौहान के राज में भाजपा ने VYAPAM के माध्यम से हर भर्ती में घोटाला किया है। उन्होंने पटवारी भर्ती परीक्षा को रद्द करके फिर से बिना फीस के ऑफलाइन परीक्षा का आयोजन करने की मांग की है। मध्य प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने एक वीडियो जारी करके आरोप लगाए हैं कि ग्वालियर के एक नेता के कॉलेज से इस परीक्षा के कई टॉपर आए हैं।
वहीं, अभ्यर्थियों का कहना है कि जो टॉपर है, वे अपना नाम ठीक से लिखने में भी असमर्थ हैं। इसके साथ ही, मध्य प्रदेश यूथ कांग्रेस के प्रवक्ता विवेक त्रिपाठी ने कहा है कि शिवराज सरकार ने सबसे अधिक छल, छात्रों और बेरोजगारों के साथ किया है।
पटवारी परीक्षा के रिजल्ट में नया घोटाला सामने आया है। मेरिट सूची में शामिल होने वाले छात्रों में बहुत से लोगों का परीक्षा केंद्र एक निजी कॉलेज था जिसका मालिक भाजपा से जुड़ा हुआ है। क्या यह व्यापम का भाग-2 है, यह तो अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है।
ब्लैक लिस्ट कंपनी से परीक्षा कराने का आरोप लगाया जा रहा है। इस मामले में सरकारी भर्ती परीक्षार्थी संघ और राष्ट्रीय कोर कमेटी ने कर्मचारी चयन मंडल के खिलाफ शिकायत दर्ज की है। इससे संबंधित सवाल उठाए जा रहे हैं क्योंकि यह पहली बार है कि परिणाम जारी होने के बाद अभी तक कर्मचारी चयन मंडल ने टॉप 10 मेरिट सूची जारी नहीं की है।
साथ ही, एक ही परीक्षा केंद्र के 3 छात्रों का नाम मेरिट सूची में आया है। कर्मचारी चयन मंडल का आरोप है कि इस भर्ती के लिए एजेंसी कंपनी, जिसे केंद्र सरकार ने ब्लैक लिस्ट में रखा है, से कराई जा रही है। फिर भी यह कंपनी को ESB ने टेंडर दिया है।