रतलाम: शहर में हिंदू-मुस्लिम के भाईचारे की एक अनूठी मिसाल देखने को मिली है. जहां लॉकडाउन में फंसे 15 मुस्लिम परिवार हिंदुओं की मदद कर रहे हैं.
दरअसल, लॉकडाउन के दौरान 15 मुस्लिम परिवार के करीब 80 सदस्य रतलाम में ही फंस गए थे. ये लोग लॉकडाउन के पहले महाराष्ट्र से रतलाम के जावरा हुसैन टेकरी शरीफ आये थे. कुछ दिन तो ये लोग हुसैन टेकरी परिसर में ही रुके रहे, लेकिन वहां लंगर बंद होने के बाद सभी लोग रतलाम आ गए.
मुस्लिम परिवार के लोगों का कहना है कि इन लोगों ने वापस जाने की कोशिश की लेकिन नियमों के कारण नहीं जा पाए. जिसके बाद ये लोग खुले मैदान में रहने को मजबूर हो गए. जब इस बात की जानकारी प्राचीन कालिका माता मंदिर मंडल को लगी तो इन लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई. तब से ये लोग रोज मंदिर से ही खाना खा रहे हैं.
कालिका माता सेवा मंडल ट्रस्ट के अध्यक्ष रामचंद्र मोतियानी ने बताया कि मंदिर से जरूरतमंद लोगों के लिए 30 साल से भोजन की व्यवस्था की जा रही है. रोजाना करीब 300 से 400 लोगों को भोजन कराया जाता है.
रामचंद्र मोतियानी का कहना है कि लॉकडाउन से पहले मंदिर परिसर में ही बैठाकर भोजन करवया जाता था. अब सोशल डिस्टेंसिग के चलते भोजन पैकेट वितरित किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस मंदिर में किसी भी धर्म का व्यक्ति कभी भी आकर भोजन ले सकता है, किसी को मनाही नहीं है.
वहीं मुस्लिम परिवार के लोगों ने कहा कि अगर मंदिर के भोजन की व्यवस्था नहीं होती तो इनके लिए मुश्किल खड़ी हो जाती. हिन्दू-मुस्लिम एकता और मंदिर मस्जिद पर लड़वाने वाले लोगों के लिए ये एक सबक है. हिंदुस्तान आज भी आपसी भाईचारे और आपसी साम्प्रदायिक सद्भाव को कायम रखे हुए है.