Khandwa News: आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने अकेले हमले की योजना बना रहे इंडियन मुजाहिद्दीन (IM) के एक सदस्य को गुरुवार सुबह खंडवा से गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कुछ अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया है, जिनका आतंकवादी से संबंध है। आरोपी एटीएस के एक सदस्य पर हमला करने की योजना बना रहा था।
आईजी एटीएस डॉ. आशीष ने मीडिया को बताया कि खुफिया सूचना के आधार पर उन्होंने कंजर मोहल्ला से 34 वर्षीय फैजान शेख को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसके पास से एक पिस्तौल और पांच जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं। आईजी ने बताया कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि वह प्रतिबंधित संगठन सिमी के वर्तमान और पूर्व सदस्यों के संपर्क में था। उसके घर से संगठन के बड़ी संख्या में सदस्यता फॉर्म बरामद किए गए हैं।
उसके मोबाइल में इंडियन मुजाहिद्दीन, आईएसआईएस, जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों से जुड़ी बड़ी सामग्री मिली है। उसके मोबाइल में पाकिस्तान के प्रशिक्षण शिविरों के वीडियो, कंधार विमान अपहरण की कहानियां, मुल्ला उमर अब्दुल्ला और अन्य उग्रवादियों के बयान मिले।
आरोपी आईएम के यासीन भटकल और सिमी के अबू फैजल की तर्ज पर मशहूर होने की योजना बना रहा था और खुद को शीर्ष मुजाहिद्दीन साबित करना चाहता था। अपनी इस कुकृत्य को अंजाम देने के लिए उसने एक पिस्तौल और कारतूस खरीदे थे।
दावा किया जा रहा है कि अपनी योजना को अंजाम देने के लिए उसने एक ‘वर्दीधारी सुरक्षाकर्मी’ को निशाना बनाया था। वह अपनी योजना को अंजाम देने के लिए एक अधिकारी की टोह ले रहा था।
पिछले कुछ सालों में राज्य में छह बड़े आतंकवादी संगठनों ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है। इनमें सिमी, पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई), आईएसआईएसआई, जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी), हिज्ब-उत-तहरीर, अल-सुफा और एलडब्ल्यूई (माओवादी) शामिल हैं।
लोन-वुल्फ अटैक……..
यह आतंकवाद का नया चेहरा बनकर उभरा है और आतंकवाद-रोधी अभियानों के लिए यह अनूठी चुनौतियां लेकर आया है। कट्टरपंथी व्यक्तियों द्वारा अपने कट्टरपंथी विश्वासों के आधार पर किए गए हिंसक आतंकी हमलों को ‘लोन-वुल्फ आतंकवाद’ कहा जाता है।
अकेले आतंकवादियों और उनके हमलों में अप्रत्याशितता का तत्व होता है, जिसके कारण आतंकवाद-रोधी एजेंसियों, पुलिस और खुफिया संगठनों के लिए उनसे निपटना चुनौतीपूर्ण होता है।