Monu Patel Death News: केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल (Prahlad Pael) के भतीजे और नरसिंहपुर (Narsingpur) से बीजेपी विधायक जालम सिंह पटेल (Jalam Singh Patel) के बेटे मणि नागेंद्र उर्फ मोनू पटेल (Monu Patel) की मौत की खबर मिली है. समाचार लिखे जाने तक प्राप्त जानकारी के अनुसार इनकी मौत दिल का दौरा पड़ने की वजह से हुई है.
कुछ दिन पूर्व ही मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने मोनू को चल रहे आपराधिक मामले में बरी किया था. प्राप्त जानकारी के अनुसार आज दोपहर करीब 1 बजे मोनू पटेल (Monu Patel) अपने कमरे में गए हुए थे. जिसके बाद शाम करीब 6 बजे तक जब मोनू अपने कमरे से बाहर नहीं निकले तो परिजनों ने कमरे में जाकर देखा. जब परिजन कमरे में पहुंचे तो उन्होंने देखा कि मोनू अपने बिस्टर में उलटे लेते हुए है.
परिजनों द्वारा आवाज लगाई जाने पर कुछ रिस्पांस नहीं मिला. जिसके बाद परिजनों ने पास जाकर देखा. उन्हें हाथ लगाकर उठाने पर भी वो ना उठे जिसके तुरंत बाद उन्हें अस्पताल ले गए. अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों द्वारा मोनू पटेल को मृत घोषित कर दिया गया. गोटेगांव के सरकारी अस्पताल में समर्थकों की भीड़ जुट गई है।
मोनू पटेल की जिले के युवाओं में काफी पकड़ थी
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल (Prahad Patel) के भतीजे मोनू पटेल (Monu Patel) को एक दलित युवक पर सामूहिक हमले के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। विशेष न्यायालय द्वारा जेल भेजे जाने के बाद उसे हाई कोर्ट ने बरी कर दिया था।
मोनू पटेल की जिले के युवाओं में काफी पकड़ थी और उनकी मौत की खबर से गोटेगांव सहित पूरे नरसिंहपुर जिले में शोक का माहौल है।
भारत में श्री मोनू पटेल जैसे तेज दिमाग वाली युवा पीढ़ी है जो समाज में सक्रिय रहकर जनता की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है। जनता भी उन्हें प्यार करती है, क्योंकि उन्हें हर आपात स्थिति में उनके निरंतर समर्थन पर भरोसा रहता है।
इसलिए! ऐसा कहा जाता है कि जब भी आप समाज में योगदान देने का प्रयास करते हैं, तो कोई नकारात्मक शक्ति आपके पीछे काम कर रही होती है जो आपको आपकी मुख्य प्रेरणा से विचलित करती है। लेकिन श्री मोनूपटेल का मानना है कि एक सामाजिक कार्यकर्ता, जिसकी केवल कुछ गतिविधियाँ खराब हैं, को समुदाय की सेवा करना नहीं छोड़ना चाहिए।
श्री मोनू पटेल विधायक श्री जालम सिंह पटेल जी के पुत्र हैं जो नरसिंहपुर से लगातार दो बार इस पद के लिए चुने गए थे। उनके पिता ने भी वहां काम करते हुए जनता का विश्वास हासिल किया। कम उम्र से ही उन्होंने अपने सामाजिक हित को पैतृक गुण के रूप में जवाब दिया। उन्होंने हमेशा अपने पिता को जनता के लिए सामाजिक मुद्दों को संबोधित करते देखा है।
वह सामाजिक कार्यों के लिए अपने कारणों को बताता है क्योंकि उसने छोटी उम्र से देखा था कि कैसे उसके पिता लोगों की समस्याओं को दैनिक आधार पर हल करते थे। शेड्यूल ने उन्हें इतना प्रभावित किया कि आज यह उत्साह के साथ जनता के लिए काम करने के लिए प्रोत्साहित करती है।
महान आत्म-प्रेरणा ने उन्हें लोगों की समस्याओं को सकारात्मक तरीके से हल करने के अपने लक्ष्य में दृढ़ बना दिया। वह समाज की भलाई के लिए इतना समर्पित है कि दबाव में सभी की आँखों में आशा की एक किरण दिखती है कि वह उनकी समस्याओं का एक ठोस समाधान प्रदान कर सकता है।
वह हमेशा युवा पीढ़ी के पक्ष में खड़े रहे और समाज को लाभ पहुंचाने के लिए उन्हें सही रास्ते पर ले गए। जो भी उनसे मिलता है उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो पाता। वह एक जमीन से जुड़े व्यक्ति थे जिन्होंने सामाजिक कार्यों के सभी गुणों को अपने सार्वजनिक स्नेह के लिए प्रेरणा के रूप में इस्तेमाल किया।
श्री मोनू अपने दर्शकों से इतना प्यार करते हैं कि हर मंगलवार को वे और उनकी टीम पारिवारिक मुद्दों से लेकर बड़े आपराधिक मामलों तक, हर मामले को संबोधित करते हुए एक जन सुनवाई का आयोजन करते हैं। उन्होंने अब प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से हजारों मुद्दों को संबोधित किया है, इस जगह को जनता के लिए बेहतर बनाने के लिए और भी बहुत कुछ है।