इंदौर रेलवे स्टेशन पर उस समय दहशत फैल गई जब सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने शनिवार देर रात डॉ अंबेडकर नगर-इंदौर पैसेंजर ट्रेन में एक अज्ञात महिला का नग्न और सड़ी-गली लाश दो टुकड़ों में कटा हुआ, उसके हाथ और पैर गायब, और दो बैगों में भरा हुआ पाया।
पुलिस को संदेह है कि महिला की हत्या कहीं और की गई है और शव को शनिवार को ट्रेन में फेंक दिया गया। ऐसा माना जा रहा है कि हत्यारे ने शव को काटने के लिए किसी धारदार भारी वस्तु का इस्तेमाल किया है।
जीआरपी थाना प्रभारी संजय शुक्ला ने बताया कि सफाई कर्मचारी की सूचना पर शव को ट्रेन से बरामद किया गया। मृतक की पहचान अभी नहीं हो पाई है और उसकी उम्र 20 से 25 वर्ष के बीच बताई जा रही है।
ट्रेन रात 9:10 बजे डॉ. अंबेडकर नगर से रवाना हुई और हरण्या खेरी, राऊ, राजेंद्र नगर, लोकमान्य नगर और सैफी नगर होते हुए रात 10 बजे इंदौर पहुंची। पुलिस इस बात की जानकारी जुटाने के लिए जांच कर रही है कि ट्रेन में शव कहां रखा गया था। चूंकि इन रेलवे स्टेशनों पर कोई सीसीटीवी नहीं लगा है, इसलिए पुलिस के लिए रहस्य सुलझाना मुश्किल हो सकता है।
चूंकि यह इंदौर के लिए आखिरी ट्रेन भी है, इसलिए ट्रेन में लोगों की आवाजाही न के बराबर थी, यही वजह है कि किसी यात्री को शव नजर नहीं आया।
डॉ. अंबेडकर नगर-इंदौर ट्रेन शनिवार रात करीब 10 बजे इंदौर पहुंची और यात्रियों के उतरने के बाद ट्रेन को मेंटेनेंस के लिए यार्ड में ले जाया गया। सफाई कर्मचारी रिंकू सिंह ठाकुर ट्रेन के दूसरे आखिरी कोच की सफाई कर रहे थे, तभी उनकी झाड़ू अचानक किसी चीज पर अटक गई।
जब उन्होंने जांच की तो उन्हें एक ट्रॉली बैग और एक प्लास्टिक बैग मिला, जिसमें से बदबू और खून निकल रहा था। उन्होंने अपने सुपरवाइजर राहुल रघुवंशी को इसकी जानकारी दी, जिन्होंने स्टेशन मास्टर और जीआरपी को इसकी जानकारी दी। जीआरपी अधिकारी मौके पर पहुंचे, लेकिन अंधेरा होने के कारण प्रारंभिक जांच नहीं हो सकी।
बाद में उस कोच को ट्रेन से अलग किया गया और अगली सुबह एफएसएल की टीम पहुंची और सबूत जुटाए गए। शव सड़ी-गली हालत में था और महिला के सिर से कमर तक का ऊपरी हिस्सा ट्रॉली बैग में मिला और उसे प्लास्टिक की थैली और शॉल में ठूंस दिया गया था, जबकि कमर से नीचे घुटनों तक का शरीर का हिस्सा एक सफेद प्लास्टिक की थैली में रखे पीले रंग के प्लास्टिक के बोरे में मिला।
शुक्ला ने कहा, “उसके दोनों हाथ और घुटनों के नीचे के पैर गायब हैं।” ऐसा संदेह है कि महिला की हत्या एक या दो दिन पहले कहीं और की गई थी और उसके बाद शनिवार को शव के टुकड़ों को ट्रेन में रखा गया था, क्योंकि रात में रोजाना रखरखाव का काम होता है। इसके बाद ट्रेन अगली सुबह 8 बजे नागदा के लिए रवाना होती है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, जहां महिला की पहचान करने के प्रयास किए जा रहे हैं और मामले की जांच की जा रही है।