जबलपुर (Jabalpur News): कोरोना वायरस की वजह से लागू लॉकडाउन में शादी समारोह पर रोक लगाई गई है. सिर्फ विशेष परिस्थिति में ही शादी करने की अनुमति दी जा रही है. ऐसी ही एक शादी जबलपुर में हुई. जिसमें दूल्हा-दुल्हन और सभी अतिथियों ने लॉकडाउन के नियम का बखूबी पालन किया.
निजी अस्पताल के पैथोलॉजिस्ट अंशुल मिश्रा और आकांक्षा आज शादी के बंधन में बंधे हैं. गंगा नगर स्थित मातेश्वरी मंदिर में उन्होंने शादी की है. नव युगल ने मास्क लगाकर सभी रस्में निभाई. इस शादी में दूल्हा-दुल्हन के परिवार के सदस्यों के अलावा कोई भी मौजूद नहीं था.
दरअसल अंशुल की शादी मई महीने में होनी थी, लेकिन उनकी मां का स्वास्थ्य ठीक नहीं है, इसीलिए मां की इच्छा पूरी करने के लिए अंशुल ने लॉक डाउन के बीच ही शादी करने का फैसला लिया. बकायदा इसके लिए जिला प्रशासन से अनुमति भी ली गई थी.
अंशुल का कहना है कि सभी के पास पैसा बहुत है और लोग धूमधाम से शादी करना चाहते हैं सभी दोस्तों-रिश्तेदारों को बुलाना चाहते हैं लेकिन इस समय देश जिन परिस्थितियों से गुजर रहा है ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी है.
वहीं इस विवाह को संपन्न करवाने वाले पंडित ताराचंद का कहना है कि उन्होंने भी अपने जीवन में हजारों शादियां करवाईं लेकिन पहली बार मास्क पहनकर मंत्र पढ़े हैं. पंडित जी ने लोगों से अपील की है कि कोरोना महामारी से लड़ने के लिए शासन द्वारा तय किए गए नियमों का पालन करें और अपने घर में रहें.