Simhastha 2028: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में सिंहस्थ-2028 के सफल एवं व्यवस्थित आयोजन को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अधिकारियों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के उपयोग के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं सुविधा सर्वोपरि
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंहस्थ-2028 में पधारने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा एवं सुगम आवागमन सरकार की प्राथमिकता होगी। श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए उन्नत तकनीकों का उपयोग किया जाएगा।
AI तकनीक से आयोजन को मिलेगा नया आयाम
सरकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के माध्यम से सिंहस्थ के यातायात प्रबंधन, भीड़ नियंत्रण, स्वास्थ्य सेवाओं एवं आपातकालीन सुविधाओं को और अधिक प्रभावी बनाएगी। AI आधारित स्मार्ट निगरानी प्रणाली से भीड़ को नियंत्रित किया जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं को सुरक्षित एवं सुगम अनुभव प्राप्त होगा।
आध्यात्मिक महत्व को बढ़ाने के लिए उच्चतम टेक्नोलॉजी का उपयोग
श्रद्धालुओं को सिंहस्थ के आध्यात्मिक महत्व से अवगत कराने के लिए सरकार वर्चुअल रियलिटी (VR), ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) और डिजिटल इंटरफेस जैसी उच्चतम तकनीकों का उपयोग करेगी। इसके माध्यम से श्रद्धालु प्राचीन धार्मिक ग्रंथों, ऐतिहासिक घटनाओं एवं संत महात्माओं के प्रवचनों का अनुभव कर सकेंगे।
सिंहस्थ-2028 को ऐतिहासिक और यादगार बनाने का संकल्प
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आधुनिक तकनीक और डिजिटल नवाचारों का अधिकतम उपयोग कर सिंहस्थ-2028 को ऐतिहासिक और यादगार बनाया जाए। सरकार का उद्देश्य है कि श्रद्धालुओं को सुरक्षित, सुव्यवस्थित एवं आध्यात्मिक रूप से समृद्ध अनुभव प्रदान किया जाए।
इस पहल से सिंहस्थ-2028 का आयोजन पहले से अधिक भव्य, सुव्यवस्थित और सुरक्षित होगा, जिससे मध्य प्रदेश का धार्मिक और सांस्कृतिक गौरव और अधिक बढ़ेगा। 🚩