ग्वालियर (मध्य प्रदेश): ग्वालियर की एक डॉक्टर से 38 लाख रुपए की ठगी करने के आरोप में भोपाल से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। साइबर जालसाजों ने महिला डॉक्टर को धमकाते हुए उन पर म्यांमार में अवैध खेप भेजने का आरोप लगाया। उन्होंने मामले को निपटाने के लिए 38 लाख रुपए की मांग की।
दोनों संदिग्धों के अंतरराष्ट्रीय संबंध हैं और वे राज्य में धोखाधड़ी करने के लिए विदेशी नागरिकों के साथ मिलकर काम करते थे। उन्हें भोपाल से गिरफ्तार किया गया है और वे पुलिस की हिरासत में हैं।
पीड़िता की पहचान ग्वालियर जिले की मेडिकल ऑफिसर डॉ. सुजाता बापट के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि 9 अप्रैल को उन्हें राजीव गुप्ता नाम के एक व्यक्ति का फोन आया, जिसने खुद को डीएचएल कूरियर कंपनी से होने का दावा किया। उसने उन पर म्यांमार के लिए एक संदिग्ध पार्सल मंगवाने का झूठा आरोप लगाया।
इसके बाद, उन्हें एक कथित सीबीआई अधिकारी से जोड़ा गया, जिसने उन पर मानव तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल होने का आरोप लगाया और उन्हें 38 लाख रुपये ट्रांसफर करने के लिए मजबूर किया।
जांच में भोपाल में एक खाते का पता चला, जिसके बाद शाहरुख खान की गिरफ्तारी हुई। उससे पूछताछ में लाइक बेग को पकड़ा गया। संदिग्धों ने चोरी की गई रकम को USDT में बदल दिया और उसे विदेश भेज दिया। उनके साथियों की तलाश जारी है।
ट्रैक कवर के लिए विदेश भेजा गया पैसा
पुलिस के अनुसार, संदिग्धों ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर अपने शिकार को डराने के लिए मानव तस्करी की धमकी दी। चुराई गई रकम को ऑनलाइन चैनलों के जरिए विदेश भेजा गया।
रिकॉर्ड से पता चला है कि संदिग्धों ने एक महीने में करीब 2.5 करोड़ रुपये की अमेरिकी क्रिप्टोकरेंसी खरीदी। जांच में पता चला कि इस लेनदेन के लिए 18 बैंक खातों का इस्तेमाल किया गया, जिसमें एक महिला साथी भी शामिल थी।