गीता जयंती महोत्सव 2024: भोपाल में बनेगा विश्व रिकॉर्ड, 6000 बटुकों के सस्वर गीता पाठ से बनेगा अनोखा विश्व रिकॉर्ड

SHUBHAM SHARMA
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गीता जयंती महोत्सव 2024: भोपाल में बनेगा विश्व रिकॉर्ड, 6000 बटुकों के सस्वर गीता पाठ से बनेगा अनोखा विश्व रिकॉर्ड

Gita Jayanti 2024: गीता जयंती महोत्सव 2024 इस वर्ष भव्यता और अनोखे अंदाज में मनाया जाएगा। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल इस ऐतिहासिक आयोजन का मुख्य केंद्र बनेगा। यह कार्यक्रम न केवल आध्यात्मिकता का संदेश देगा, बल्कि एक नया विश्व रिकॉर्ड भी स्थापित करेगा।

मुख्य कार्यक्रम का आयोजन और महत्व

भोपाल के लाल परेड मैदान में 11 दिसंबर 2024 को आयोजित होने वाले इस आयोजन में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। इस महोत्सव में 6000 बटुक एक साथ गीता पाठ करेंगे, जो अपनी आप में एक अद्वितीय और प्रेरणादायक घटना होगी।

6000 बटुकों का सस्वर गीता पाठ: अनोखा विश्व रिकॉर्ड

गीता जयंती महोत्सव का मुख्य आकर्षण 6000 बटुकों द्वारा एक साथ सस्वर गीता पाठ होगा। यह आयोजन गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज होने के लिए प्रस्तावित है। संस्कृत के इन युवा छात्रों द्वारा गीता के श्लोकों का सामूहिक उच्चारण न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार करेगा, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और धर्म का अद्वितीय प्रदर्शन भी होगा।

भोपाल: आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र

भोपाल को इस भव्य आयोजन के लिए चुना जाना अत्यंत गर्व की बात है। यह शहर अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। लाल परेड मैदान में इस आयोजन के माध्यम से भोपाल वैश्विक मानचित्र पर आध्यात्मिकता का केंद्र बनकर उभरेगा।

आयोजन की विशेषताएं

मुख्य अतिथि और गणमान्य व्यक्ति

इस आयोजन में कई प्रमुख धार्मिक और राजनीतिक हस्तियों के साथ-साथ समाजसेवी और शिक्षाविद् भी शामिल होंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव स्वयं इस आयोजन के मुख्य प्रेरक हैं।

समूह गायन और सांस्कृतिक कार्यक्रम

गीता पाठ के अतिरिक्त, कार्यक्रम में विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी होंगी। भारतीय शास्त्रीय संगीत, नृत्य, और कला प्रदर्शन के जरिए यह आयोजन एक संपूर्ण सांस्कृतिक उत्सव में परिवर्तित होगा।

धर्म और युवा: भारतीय संस्कृति का उत्थान

गीता जयंती महोत्सव में युवाओं की भागीदारी इसे और भी विशेष बनाती है। यह आयोजन भारतीय संस्कृति और धर्म को युवा पीढ़ी के करीब लाने का एक उत्कृष्ट माध्यम है।

गीता जयंती महोत्सव का ऐतिहासिक महत्व

भगवद गीता भारतीय संस्कृति और दर्शन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। गीता जयंती महोत्सव का आयोजन न केवल आध्यात्मिक जागरूकता फैलाने का उद्देश्य रखता है, बल्कि यह वसुधैव कुटुंबकम के सिद्धांत को भी प्रसारित करता है।

कैसे होगा विश्व रिकॉर्ड स्थापित

प्रबंधन और तैयारी

इस आयोजन के लिए विशेष प्रबंधन टीम गठित की गई है। बटुकों के लिए अभ्यास सत्र आयोजित किए जा रहे हैं ताकि गीता पाठ को सामूहिक और सटीक ढंग से प्रस्तुत किया जा सके।

विश्व स्तरीय मानदंड

गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के मानदंडों के अनुसार, आयोजन की पूरी प्रक्रिया का दस्तावेजीकरण किया जाएगा। इसमें प्रतिभागियों की संख्या, समय की अवधि, और आयोजन की गुणवत्ता को सुनिश्चित किया जाएगा।

आयोजन के लाभ और प्रभाव

आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार

इस आयोजन से भोपाल और देशभर में एक सकारात्मक आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रवाह होगा। गीता पाठ की ध्वनि और उसके श्लोकों के अर्थ जीवन को नई दिशा प्रदान करेंगे।

पर्यटन और आर्थिक उन्नति

यह आयोजन भोपाल में पर्यटन को बढ़ावा देगा। देश-विदेश से लोग इस अद्वितीय घटना को देखने आएंगे, जिससे आर्थिक गतिविधियों में भी वृद्धि होगी।

विश्व स्तर पर भारतीय संस्कृति का प्रचार

यह आयोजन भारतीय संस्कृति, संस्कृत भाषा और भगवद गीता के महत्व को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करेगा।

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Khabar Satta:- Shubham Sharma is an Indian Journalist and Media personality. He is the Director of the Khabar Arena Media & Network Private Limited , an Indian media conglomerate, and founded Khabar Satta News Website in 2017.
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