जबलपुर: राम मंदिर निर्माण हो सके इसके लिए मध्य प्रदेश के जबलपुर की रहने वाली 82 वर्षीय उर्मिला चतुर्वेदी 28 बरस से उपवास पर हैं. उन्होंने ये संकल्प 6 दिसंबर 1992 को विवादित ढांचा ढाहाए जाने के बाद लिया था. ऐसे में अब 5 अगस्त को राम मंदिर का शिलान्यास होना है, फिर भी वे अन्न ग्रहण नहीं करेगी. उनका कहना है कि जब 2023 में राम मंदिर का निर्माण होगा, तब वे राम मंदिर का भंडारा खाकर उपवास तोड़ेंगी.
उर्मिला चतुर्वेदी की बहू रेखा का कहना है कि सासू मां पिछले 28 बरस से उपवास पर हैं. उन्होंने यह संकल्प 28 वर्ष पहले लिया था. तब से लेकर अब तक वे केला, दूध और फल खाकर उपवास कर रही हैं. रेखा ने बताया कि इतने बड़े संकल्प को यहां तक लाना एक बड़ी बात है. परिवार के लोगों के लिए यह गर्व की बात है कि वे इतना बड़ा संकल्प पूरा कर रही हैं.
वहीं, उर्मिला के बेटे विवेक ने बताया कि राम मंदिर निर्माण के साथ ही मां का संकल्प पूरा होगा. इस संकल्प के लिए विवेक ने परिवार वालों और भगवान श्री राम का धन्यवाद अदा किया. विवेक का कहना है कि यह सब राम जी की कृपा से ही संभव हो पा रहा है. उन्होंने कहा मंदिर निर्माण होने में अभी भी साल 2 साल का समय है, लेकिन इस समय को भी वे राम के नाम के साथ निकाल लेंगे.