मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया, ‘मैं किसानों का हूं, प्रदेश की यह सरकार किसानों की है. मैंने आज प्रदेश के 15 लाख किसानों के बैंक खाते में सिंगल क्लिक से 2,980 करोड़ रुपए जमा किए हैं. संकट की इस घड़ी में किसानों को यह राशि नवजीवन प्रदान करेगी.’
भोपाल: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश के लाखों किसानों को राहत देते हुए उनके बैंक खातों में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के 2980 करोड़ रुपये की राशि सिंगल क्लिक के जरिए ट्रांसफर कर दिए. फसल बीमा योजना के तहत सिंगल क्लिक से किसानों के बैंक खाते में राशि जमा कर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने विचार साझा किए.
उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा, ‘कोरोना महामारी के कारण आपसे मुलाकात नहीं हो पा रही. मैं बीते 23 मार्च की रात को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद से ही कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अपनी टीम के साथ आप सबके सहयोग से लगा हुआ हूं. आप सब जानते हैं कि कोरोना संकट के कारण सरकार के खजाने में टैक्स का पैसा नहीं आ रहा है. स्थितियां विपरीत हैं आप ये जानते हैं. अनेकों तरह की दिक्कते हैं. लेकिन तब भी हमने फैसला किया है कि गरीब और किसान को कोई दिक्कत नहीं आने देंगे.’
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया, ‘मैं किसानों का हूं, प्रदेश की यह सरकार किसानों की है. मैंने आज प्रदेश के 15 लाख किसानों के बैंक खाते में सिंगल क्लिक से 2,980 करोड़ रुपए जमा किए हैं. संकट की इस घड़ी में किसानों को यह राशि नवजीवन प्रदान करेगी. पिछली सरकार ने साल 2018-19 में खरीफ एवं रबी फसलों के लिए देय प्रीमियम 2200 करोड़ का भुगतान नहीं किया था. इसके कारण किसानों को फसल बीमा का लाभ नहीं मिला.’
प्रमुख सचिव कृषि ने बताया कि सरकार द्वारा खरीफ वर्ष 2018 तथा रबी वर्ष 2018-19 की फसल बीमा के प्रीमियम की राशि बीमा कंपनियों को जारी कर दी गई है. अब इन वर्षों की फसल बीमा की राशि किसानों को प्राप्त हो जाएगी. खरीफ 2018 में प्रदेश के 35 लाख किसानों द्वारा फसलों का बीमा कराया गया था. उनमें से 8.40 लाख किसानों के बैंक खातों में 1930 करोड़ रुपए की बीमा राशि ट्रांसफर की गई. इसी प्रकार 2018-19 में प्रदेश के 25 लाख किसानों द्वारा रबी फसलों का बीमा कराया गया था. इनमें से 6.60 लाख किसानों के बैंक खातों में 1050 करोड़ रुपए की बीमा राशि ट्रांसफर की गई.