राजगढ़ । जिले में लगातार हो रही तेज बारिश से चारों तरफ पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। अतिवृष्टि के चलते जिले में बह रही पार्वती, कालीसिंध, नेवज,अ जनार सहित अन्य नदियां उफान पर है, जिससे कई गांवों का शहरों से संपर्क अवरुद्ध हो चुका है।
सोमवार शाम से हो रही झमाझम बारिश से जिले के कुंडलिया, मोहनपुरा, कुशलपुरा सहित अन्य डेम का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बना हुआ है।
अतिवृष्टि के चलते विधार्थियों की सुरक्षा व स्वास्थ्य को दृष्टिगत रखते हुए जिले में संचालित शासकीय, अशासकीय, सीबीएसई, आईसीएसई से संबंधित प्राथमिक, माध्यमिक, हाईस्कूल और हायरसैकेण्ड्री विद्यालयों में मंगलवार को जिला कलेक्टर के आदेश पर अवकाश घोषित किया गया है।
लगातार हो रही बारिश के चलते ब्यावरा शहर के मध्य से निकलने वाली अजनार नदी उफान पर है, जिससे मुल्तारपुरा, अस्पताल रोड़ और राजगढ़ रोड़ पर बने पुलों पर खतरे के निशान से उपर पानी बह रहा है।
पानी के बहाव को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने निचली बस्ती के लोगों को सतर्कता बरतने की हिदायत दी है, वहीं पुलों पर बेरीकेट्स लगाकर पुलिसबल तैनात किया गया है।
पुलों पर बह रहे पानी की बजह से अस्पताल सहित हाइवे पहुंचने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सुठालिया क्षेत्र में नदी-नाले उफान पर होने की बजह से कई गांवों का शहर से संपर्क टूटा चुका है। कुरावर नगर के पीलूखेड़ी गांव के समीप बह रही पार्वती नदी में पानी लगातार खतरे के निशान से उपर बना हुआ है।
जिले के कुंडलिया, मोहनपुरा, कुशलपुरा डेम के जल स्तर को देखते हुए आसपास बसे गांवों वालों को सतर्कता बरतने की हिदायत दी गई है।
जिले में 1 जून से 15 अगस्त की अवधि में 920 मिलीमीटर औषत वर्षा दर्ज की गई है। वहीं जिले की वर्षाकाल में औषत वर्षा 1100 मिलीमीटर है। जिले में सबसे अधिक वर्षा ब्यावरा और नरसिंहगढ़ क्षेत्र में दर्ज की गई है,वहीं सबसे कम सारंगपुर क्षेत्र में दर्ज की गई है।