CM SIKHO KAMAO YOJANA: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) द्वारा शुरू की गई ‘मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ’ योजना (CM SIKHO KAMAO YOJANA): उम्मीद की किरन युवाओं के लिए: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) आज शाम 4.00 बजे भोपाल के भेल स्थित शासकीय महात्मा गांधी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में ‘मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ’ योजना का शुभारंभ करेंगे।
‘मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ’ योजना (CM SIKHO KAMAO YOJANA) के तहत चयनित युवाओं को विभिन्न कौशलों के प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे समृद्धि और सफलता की दिशा में कदम बढ़ा सकें। इस महत्वपूर्ण पहल के अंतर्गत, मुख्यमंत्री चौहान ने युवाओं के लिए एक नई द्वारा सिखाने और कमाने की योजना की शुरुआत की है।
सीखो-कमाओ योजना की मुख्य विशेषताएँ
‘मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ’ योजना का प्रमुख उद्देश्य युवाओं को विभिन्न कौशलों के माध्यम से रोजगार के अवसर प्रदान करना है। योजना के अंतर्गत, मध्यप्रदेश के 18 से 29 वर्षीय युवाओं को विभिन्न उद्योगों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह सीखने और कमाने की योजना नौकरी के अवसरों को बढ़ावा देने के साथ-साथ युवाओं के आत्मनिर्भरता में भी मदद करेगी।
सीखो-कमाओ योजना के प्रमुख फायदे
- कौशल विकास: योजना के तहत युवाओं को विभिन्न कौशलों में प्रशिक्षण दिया जाएगा, जो उनके रोजगार में नए द्वार खोल सकते हैं।
- लर्न एंड अर्न: ‘मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ’ योजना में युवाओं को सिखाने और कमाने का एक साथ मौका मिलेगा, जो उनके आत्मनिर्भरता में मदद करेगा।
- वितरण और स्टायपेंड: प्रशिक्षण के दौरान युवाओं को स्टायपेंड दिया जाएगा, जो उनके वितरण में मदद करेगा और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूती देगा।
सीखो-कमाओ योजना के प्रमुख चरण
- पंजीकरण: योजना में शामिल होने के लिए युवाओं को पंजीकृत कराना होगा, जिससे उन्हें प्रशिक्षण के लिए आवश्यक जानकारी मिल सके।
- प्रशिक्षण: पंजीकृत युवाओं को उद्योग उन्मुख प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे उनके कौशल में सुधार हो सके।
- स्टायपेंड: प्रशिक्षण के दौरान युवाओं को स्टायपेंड दिया जाएगा, जो उनकी आर्थिक सहायता करेगा।
- नौकरी के अवसर: प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, युवाओं को विभिन्न उद्योगों में नौकरी के अवसर प्रदान किए जाएंगे।
‘मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ’ योजना एक ऐतिहासिक कदम है जो मध्यप्रदेश के युवाओं को नए रोजगार माध्यम प्रदान करके उनके भविष्य को सवारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना न केवल रोजगार के अवसर प्रदान करेगी, बल्कि युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने में भी मदद करेगी।
रोजगारोन्मुखी कौशल में प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है। योजना में 8 लाख 69 हजार 673 युवाओं ने अपना पंजीयन कराया है। अब तक कुल 16 हजार 450 प्रतिष्ठानों ने पंजीकृत युवाओं के लिये लगभग 68 हजार 984 पद प्रकाशित किये हैं। योजना में पहले प्रतिष्ठानों का पोर्टल पर पंजीयन किया गया। इसके बाद वेकेंसी प्रकाशित की गई। युवाओं द्वारा भी पोर्टल पर कोर्स का चयन कर वेकेंसी की विरूद्ध आवेदन किया जा रहा है।
अब तक लगभग 14 हजार 450 अनुबंध जनरेट किये गये हैं। इसमें भोपाल में सर्वाधिक 643 अनुबंध किये गये। इसके अतिरिक्त रीवा में 640, जबलपुर में 560, दमोह में 487, सतना 486, बैतूल 467, ग्वालियर 435, सागर 418, इंदौर 414, छिंदवाड़ा 398, खरगोन 398, नरसिंहपुर 362, शिवपुरी 330, खंडवा 325, सिगरौली 320, धार 314, उज्जैन 330, गुना 296, बालाघाट 293, शहडोल 292, सिवनी 289, छतरपुर 284, रतलाम 276, मंदसौर 270, रायसेन 267, राजगढ़ 267, शाजापुर 257, मुरैना 251, भिंड 248, सीहोर 247, नीमच 244, विदिशा 235, सीधी 225, अनूपपुर 216, कटनी 209, पन्ना 201, नर्मदापुरम 192, देवास 188, आगर-मालवा 187, बड़वानी 167, उमरिया 164, बुरहानपुर 163, मंडला 162, टीकमगढ़ 160, झाबुआ 151, दतिया 149, अशोकनगर 147, हरदा 124, डिंडोरी 102, श्योपुर 83, निवाड़ी 82 और अलीराजपुर में 78 अनुबंध किये गये।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
‘मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ’ योजना 18 से 29 वर्षीय युवाओं के लिए है।
प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को 8 से 10 हजार रुपये का स्टायपेंड दिया जाएगा।
‘मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ’ योजना का मुख्य उद्देश्य युवाओं को विभिन्न कौशलों के माध्यम से रोजगार के अवसर प्रदान करना और उनकी सेल्फ-रिलायंसी को बढ़ावा देना है।
‘मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ’ योजना की शिक्षा पंजीकरण, प्रशिक्षण, स्टायपेंड, और नौकरी के अवसर के चरणों में होगी।
हां, ‘मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ’ योजना केवल मध्यप्रदेश के निवासियों के लिए है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ‘मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ’ योजना ने मध्यप्रदेश के युवाओं के लिए एक नई सफलता की कहानी लिखने का मार्ग प्रशस्त किया है। यह योजना न केवल उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करेगी, बल्कि उनकी आत्मनिर्भरता और समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
योजना का लाभ उठाएं
अब आप भी ‘मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ’ योजना के अवसरों का लाभ उठाने के लिए तैयार हो जाएं। यह योजना आपको नए कौशल सीखने और आत्मनिर्भर बनने में मदद कर सकती है।