भोपाल । मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश का दौर अब थम चुका है। बादल छटने और मौसम साफ होते ही ठंड ने जोर पकड़ लिया है। राजधानी भोपाल में आसमान साफ हो चुका है और ठिठुरन बड़ गई है।
हालांकि वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर चार वेदर सिस्टम के बने रहने से मप्र के वातावरण में नमी आ रही है। इसके चलते पूर्व मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं बारिश हो रही है।
मौसम विज्ञानियों ने बताया कि बुधवार को वेदर सिस्टम के कमजोर पडऩे की संभावना है। इसके चलते बादल छंटने लगेंगे। इससे गुरुवार से जहां दिन का तापमान धीरे-धीरे बढऩे लगेगा, वहीं रात के तापमान में गिरावट होने लगेगी।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक उदय सरवटे ने कहा कि पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ वर्तमान में उत्तरी राजस्थान पर पहुंचकर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में स्थित है।
इसके प्रभाव से हरियाणा में एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है। कोंकण में भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना है।
उन्होंने बताया कि इस सिस्टम से एक ट्रफ दक्षिण-पूर्वी मध्यप्रदेश से होकर झारखंड तक बना हुआ है। इस वजह से वातावरण में नमी आने के कारण पूर्वी मप्र के जबलपुर, शहडोल, रीवा संभागों के जिलों में बौछारें पड़ रही हैं।
बुधवार को उत्तरी राजस्थान और हरियाणा पर बने चक्रवात के समाप्त होने की संभावना है। जिसके चलते मौसम साफ होने लगेगा। इससे रात के तापमान में गिरावट होने लगेगी।
मध्य प्रदेश के अनेक हिस्सों में दिन में मध्यम स्तर के बादल छा हैं और यह अभी आगे भी छाए रहेंगे । अत: दिन का तापमान अपेक्षित रूप से नहीं बढ़ पा रहा है।