मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले में पटाखे की तरह फटने वाले फल मिले हैं। पलसूद से 7 किलोमीटर दूर उमेदंडा गांव में पेड़ पर लगे यह जमीन पर फेंकने पर फटते हैं। यह देखने में बिल्कुल नारियल जैसे है।
इस घटना में देवरिया गांव का रहने वाला शांतिलाल घायल हो गया। परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे । वहीं इस खबर ने पुलिस और वन विभाग की नींद उड़ा दी थी।
इसके बाद पुलिस और वन विभाग ने इस पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू की। जब इस मामले का खुलासा हुआ तो बहुत चौंकाने वाला था।
पानी में डुबाते ही हो गया खुलासा
दरअसल सोशल मीडिया पर जो पेड़ के फल फूटने की खबर सामने आ रही थी। वहां किसी की शरारत थी वन विभाग ने फल की फॉरेस्ट विभाग में जांच की। रेंजर असद खान खुद इसकी जांच करने के लिए पहुंचे थे। पहले बम की तरह फटने वाले इस फल को पानी में डुबोकर इसकी सत्यता देखी गई।
पानी में डालने पर इस फल से प्याज के छिलके अलग अलग हो गए। रस्सी बम की तरह इसके अंदर बारूद भरा हुआ मिला। इससे साफ हो गया था कि यह किसी व्यक्ति की शरारत थी। इसके बाद वन विभाग ने इस मामले की छानबीन की है।
फल फटने की खबर से क्षेत्र में सनसनी
बता दें कि पेड़ से फल फटने की खबर पूरे क्षेत्र में सनसनी की तरह फैल गई थी। लोग इस डर गए थे वहीं फल में से बम की तरह आवाज आ रही थी। इसके बाद पुलिस और वन विभाग की टीम ने इस मामले की जांच पड़ताल की।
रेंजर असद खान ने जानकारी में बताया कि किसी की शरारत है। अब जाकर हमने राहत की सांस ली है। उनका कहना है कि बीती रात को फल फटने की खबर सामने आई थी। इसके बाद इसकी जांच पड़ताल शुरू थी।
फल फटने से शांतिलाल हो गया था घायल
पूरा मामला बड़वानी जिले के पलसूद से 7 किलोमीटर दूर उमेदडा गांव का है, जहां पेड़ पर लगे फल को नीचे फेंकने पर बम की तरह फटते हैं ।यह फल बिल्कुल नारियल की तरह दिखने वाले थे।
इस बम की वजह से शांतिलाल घायल नामक एक किसान घायल हो गया था। जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं वन विभाग और पुलिस ने जांच के सैंपल लिए तो एक चौंकाने वाली घटना सामने आई।
दरअसल जिस पेड़ के फल के फटने की जानकारी मिल रही थी उसमें किसी शरारती तत्वों ने बारूद भरकर टांग दिया था। जब उस बम को पानी में डूबाया तो उसका छिलका निकाला तो अंदर बारूद भरा था। पलसूद थाना प्रभारी भवानी राम वर्मा ने बताया कि फिलहाल जांच शुरू कर दी है जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।