Jabalpur BHedaghat Upadte: मानसून का मौसम शुरू होते ही जबलपुर (Jabalpur) के लोकप्रिय पर्यटन स्थल भेड़ाघाट (Bhedaghat) में एक बार फिर चहल-पहल बढ़ गई है। हालांकि, बारिश के कारण भेड़ाघाट में कई सुविधाएं बंद कर दी गई हैं। पर्यटकों की सुरक्षा के मद्देनजर जबलपुर के विश्व प्रसिद्ध आकर्षण – भेड़ाघाट, धुआंधार, बोटिंग और रोपवे 15 अक्टूबर तक बंद रहेंगे, जिससे अन्य राज्यों से आने वाले पर्यटकों में निराशा है।
भेड़ाघाट: एक प्राकृतिक आकर्षण
भेड़ाघाट अपनी सुंदर प्राकृतिक छटा और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। नर्मदा नदी के किनारे स्थित यह स्थल, संगमरमर की चट्टानों, धुआंधार झरने और नाव विहार के लिए प्रसिद्ध है। हर साल लाखों पर्यटक इस स्थल की ओर आकर्षित होते हैं, खासकर मानसून के दौरान जब यहां की प्राकृतिक सुंदरता और भी निखर जाती है।
मानसून का प्रभाव और सुरक्षा उपाय
मानसून के मौसम में नर्मदा नदी का जल स्तर बढ़ने के कारण नौका विहार गतिविधियों को स्थगित करना पड़ा है, तथा बरसात के मौसम के कारण रोपवे को भी बंद कर दिया गया है।
भेड़ाघाट नगर पंचायत के सीईओ विक्रम सिंह झारिया ने बताया कि हर साल किए जाने वाले प्रयासों के बावजूद पर्यटक अक्सर लापरवाही के कारण दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। इसलिए इस साल प्रशासन ने पर्यटकों को तेज बहाव वाले पानी के पास जाने से रोकने के लिए “रोको-टोको” अभियान शुरू किया है।
पर्यटकों की प्रतिक्रिया
इस प्रसिद्ध स्थल पर आने वाले पर्यटकों ने बोटिंग बंद होने पर निराशा व्यक्त की, लेकिन फिर भी उन्हें इस क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता में सुकून मिला।
प्रतिबंधों के बावजूद कई लोग बहते पानी के बीच में गाना गाकर अपना मन बहला रहे हैं। पर्यटकों ने बताया कि भले ही बोटिंग और रोपवे जैसी गतिविधियाँ बंद हैं, लेकिन यहां की प्राकृतिक सुंदरता उन्हें आकर्षित कर रही है और वे इस अनुभव को भी अनूठा मान रहे हैं।
सुरक्षा के लिए किए गए उपाय
किसी भी दुर्घटना से बचने के लिए पर्यटकों को खतरनाक क्षेत्रों से दूर रखने के लिए होमगार्ड के जवान, गोताखोर और साइनबोर्ड लगाए जाएंगे। इसके अलावा, इन सुरक्षा उपायों को लागू करने और पर्यटकों को पानी के बहुत करीब जाने से रोकने के लिए नगर पंचायत की कई टीमें बनाई गई हैं। नगर पंचायत के सीईओ विक्रम सिंह झारिया ने कहा, “हम पर्यटकों की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हैं और इसके लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।”