भोपाल: पूरे भारत देश में कल यानी 27 अप्रैल के दिन गंगा सप्तमी (Ganga Saptmi) और भगवान चित्रगुप्त प्रकटोत्सव (Bhagwan Chitragupt Prakotsav) मनाया जाएगा. गंगा सप्तमी (Ganga Saptmi) और भगवान चित्रगुप्त प्रकटोत्सव (Bhagwan Chitragupt Prakotsav) के शुभ अवसर पर मध्इयप्सरदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पूरे मध्यप्रदेश में सभी शासकीय कार्यालयों और संस्थाओं के कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए ऐच्छिक अवकाश की घोषणा की है.
जानकारी के उद्देश्य से आपको बता दें कि पूरे मध्यप्रदेश में कायस्थ समाज बड़े ही लंबे समय से भगवान चित्रगुप्त प्रकटोत्सव (Bhagwan Chitragupt Prakotsav) पर अवकाश की मांग कर रहा था. मध्यप्रदेश में सभी प्रकार के सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों को पूरे एक साल में घोषित ऐच्छिक अवकाश की सूची में से तीन एच्छिक अवकाश लेने की पात्रता होती है.
सीएम शिवराज ने तवीत कर जानकारी देते हुए बताया कि” एच्छिक अवकाश के बारे में जानकारी देते हुए CM शिवराज ने ट्वीट किया- “आज कैबिनेट में साथी विश्वास सारंग और अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के प्रदेश अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव सहित कायस्थ महासभा के प्रतिनिधिगण ने भगवान चित्रगुप्त जी के प्राकट्य उत्सव पर्व पर ऐच्छिक अवकाश देने का अनुरोध किया है .अब से मध्य प्रदेश में गंगा सप्तमी (Ganga Saptmi) और भगवान चित्रगुप्त प्रकटोत्सव (Bhagwan Chitragupt Prakotsav) के दिन मध्य प्रदेश शासन द्वारा ऐच्छिक अवकाश रहेगा.
चित्रगुप्त महाराज (Chitragupt Maharaj) यमराज-धर्मराज (Yamraj Dharmraj Ji) जी के लेखाकार हैं, जो कि सभी मनुष्य जीव जंतु या सभी प्रकार के प्राणियों के पाप-पुण्य का लेखा-जोखा रखते हैं. भगवान चित्रगुप्त जी (Bhagwan Chitragupt Ji) के हाथों में कर्म की किताब, कलम, दवात और करवाल होता है.
भगवान चित्रगुप्त जी (Bhagwan Chitragupt Ji) कुशल लेखक हैं और इनकी लेखनी से जीवों को उनके कर्मों के अनुसार न्याय मिलती है. माना जाता है कि चित्रगुप्त की पूजा करने से नरक का फल भोगना नहीं पड़ता है.
27 अप्रैल को गंगा सप्तमी
देश भर में 27 अप्रैल को गंगा सप्तमी का पर्व मनाया जाएगा. इस दिन मां गंगा स्वर्ग में ब्रह्म देव के कमंडल से जन्मी थीं. ऐसे में पूरे भारत में उनका जन्मोत्सव मनाया जाएगा. बता दें कि साल में दो बार मां गंगा के विशेष उत्सव मनाए जाते हैं- एक गंगा सप्तमी और दूसरा गंगा दशहरा.
गंगा सप्तमी के दिन मां गंगा का जन्म हुआ था, जबकि गंगा दशहरा के दिन मां गंगा का आगमन पृथ्वी पर हुआ था. गंगा सप्तमी वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाई जाती है, जबकि गंगा दशहरा ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी को मनाया जाता है.
भारत में चित्रगुप्र मंदिर
चित्रगुप्त को समर्पित कई मंदिर हैं। उल्लेखनीय उदाहरणों में शामिल हैं:
- चित्रगुप्त मंदिर, खजुराहो , मध्य प्रदेश
- चित्रगुप्त मंदिर, कायथा , उज्जैन, मध्य प्रदेश – कहा जाता है कि चित्रगुप्त का जन्म उज्जैन के कायथा में मानव रूप में हुआ था, जो कि 4000 से अधिक वर्षों से भी अधिक पुरानी संस्कृतियों के साक्ष्य के साथ एक महत्वपूर्ण पुरातत्व स्थल है, जिसमें उन्हें समर्पित एक मंदिर भी है।
- चित्रगुप्त मंदिर, कांचीपुरम , तमिलनाडु – चित्रगुप्त को समर्पित दक्षिण भारत का सबसे पुराना मंदिर। पुरातत्वविदों ने शिलालेखों के आधार पर पुष्टि की है कि मंदिर का निर्माण मध्यकालीन चोलों द्वारा 9वीं शताब्दी के दौरान किया गया था ।
- चित्रगुप्त देवालयम, फलकनुमा, हैदराबाद – 18 वीं शताब्दी की शुरुआत में कुतुब शाही द्वारा नियोजित कायस्थों द्वारा निर्मित ।