लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को प्रस्तावित फिल्म सिटी को लेकर फिल्म उद्योग से जुड़ी हस्तियों के साथ बैठक की. इस बैठक में फिल्मी हस्तियों ने सीएम योगी को फिल्म सिटी को लेकर कई अहम सुझाव दिए. अनुपम खेर, परेश रावल, अशोक पंडित, नितिन देसाई, विवेक रंजन अग्निहोत्री, मनोज मुंतशिर, कैलाश खेर, सतीश कौशिक, सौंदर्या रजनीकांत, उदित नारायण, अनूप जलोटा, मनोज जोशी और राजू श्रीवास्तव ने फिल्म सिटी को लेकर सीएम के सामने अपने विचार और सुझाव प्रकट किए. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे आखिरी में अपने विचार रखे.
नए उत्तर प्रदेश में अपूर्णता का कोई स्थान नहीं: CM योगी
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अपूर्णता का कोई स्थान नहीं. यहां अधूरा कुछ नहीं होता. यह राम की अयोध्या, कृष्ण की मथुरा, शिव की काशी के साथ ही बुद्ध, कबीर और महावीर की धरती है. गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम है यहीं है. ये सभी ‘पूर्णता के प्रतीक’ हैं. उत्तर प्रदेश अपनी इसी परंपरा को गति प्रदान करते हुए एक भव्य, आपकी जरूरतों को पूर्ण करने वाला दिव्य और सर्व सुविधायुक्त फिल्म सिटी का विकास कर दुनिया को एक उपहार देगा. इसके विकास के लिए आप सभी के सुझावों का स्वागत है.
फिल्म जगत को एक नया विकल्प देने को तैयार: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश पर प्रकृति और परमात्मा की असीम कृपा है. फिल्मों ने हमारी भारतीय संस्कृति से विश्व जगत को परिचित कराया है. फिल्में समाज का दर्पण हैं. ऐसे में फिल्म निर्माण को बढ़ावा देने और स्थानीय प्रतिभाओं को विशेष अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में मॉडर्न फिल्म सिटी और इन्फोटेनमेंट जोन की स्थापना का निर्णय लिया है. इस दिशा में हमारे प्रयास अधिक उपयोगी, लाभदायक और व्यापक बन सकें, इसके लिए हम पूरे फिल्म जगत से सुझाव आमंत्रित कर रहे हैं. संवाद के माध्यम से एक-दूसरे की आवश्यकताओं को समझने और उनकी पूर्ति करने का अवसर प्राप्त होता है. फिल्म जगत के लोगों के सुझाव और अनुभवों का लाभ लेते हुए हम वैश्विक फिल्म जगत को एक नया विकल्प देने को तत्पर और तैयार हैं.
विश्व के लिए उदाहरण बनेगी यूपी की फिल्म सिटी: मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी में बनने जा रही फिल्म सिटी में वर्ल्ड क्लास सुविधाएं होंगी. हमारा प्रयास रहेगा कि इसे सर्वोत्कृष्ट डेडिकेटेड इंफोटेनमेंट जोन के रूप में विकसित किया जाए. आने वाला समय ओटीटी व मीडिया स्ट्रीमिंग का है. इसके लिए हाई कैपेसिटी, वर्ल्ड क्लास डाटा सेंटर की स्थापना भी इंफोटेनमेंट जोन में की जाएगी. उन्होंने कि हम कंटेंट डिस्ट्रीब्यूशन के लिए स्मूथ व फूलप्रूफ व्यवस्था के साथ-साथ टैक्स छूट की सुविधा पर भी विचार कर रहे हैं. आप सभी के सहयोग से यह फिल्मसिटी जल्द ही आकार लेगी. यमुना एक्सप्रेस-वे क्षेत्र में जहां यह फिल्म सिटी विकसित होगी वह भारत के ऐतिहासिक, पौराणिक इतिहास से सम्बद्ध है. यह हस्तिनापुर का क्षेत्र है. हमारे दिव्य-भव्य कुंभ से पूरी दुनिया आह्लादित है, फिल्म सिटी भी सभी की उम्मीदों को पूरा करने वाली होगी.
यमुना अथॉरिटी ने शुरू की फिल्म सिटी के निर्माण की कवायद
उत्तर प्रदेश में डेडिकेटेड इंफोटेनमेंट (फिल्म सिटी) जोन की स्थापना की कवायद शुरू हो गई है. मंगलवार की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अनेक सिने हस्तियों की मौजूदगी में यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ अरुनवीर सिंह ने प्रस्तावित फिल्म सिटी के संबंध में एक प्रस्तुतिकरण भी दिया. उन्होंने बताया कि यमुना एक्सप्रेस-वे सेक्टर-21 में लगभग 1,000 एकड़ भूमि पर इसका विकास होगा. इसमें 220 एकड़ कॉमर्शियल एक्टिविटी के लिए आरक्षित होगा.
फिल्म सिटी का मास्टर प्लान वर्ष 2060 की जरूरतों के मुताबिक
उन्होंने बताया कि यह स्थान मथुरा-वृंदावन से 60 और आगरा से 100 किमी की दूरी पर है. यमुना अथॉरिटी फिल्म सिटी के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ 35 एकड़ में फिल्म सिटी पार्क भी विकसित करेगी. यह क्षेत्र रेल और सड़क परिवहन से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है. एशिया का सबसे बड़ा जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट फिल्म सिटी के काफी करीब होगा. यह भी शीघ्र तैयार हो जाएगा. एयरपोर्ट को मेट्रो, रैपिड रेल ट्रांसपोर्ट सिस्टम और हाई स्पीड ट्रेन से भी जोड़ने की योजना है. सबकुछ 2060 की जरूरतों को ध्यान में रखकर किया जा रहा है.