मारुति 800 के पहले ग्राहक ने जीवन भर नहीं बदली कार, इंदिरा गांधी ने सौंपी थी चाबी, राजीव गांधी भी थे मौजूद

Ranjana Pandey
3 Min Read

आज भारत में करोडो कार मौजूद है पर एक समय था जब भारत में कार लेने एक बहुत ही बड़ी बात हुआ करती थी साथ ही वो भारत के लोगो के लिए काफी महंगी भी हुआ करती थी पर जब मारुती 800 को मारुती और सुजुकी ने किया था तब इसे देश के आम आदमी की कार कहा जाने लगा आपको बता दे की ये कार करीब 4 दशकों तक चली थी पर अब ये बहुत ही कम नजर आती है वैसे बता दे की इस कार के लॉन्च के समय भारत की पीएम इन्दिरा गांधी और उन्होंने उन्होंने ही पहली कार की चाबी मिस्टर हरपाल सिंह को सौंपी थी।


आपको बता दे की उन्हें ये कार जीतने मौका एक लकी ड्रॉ के जरिए मिला था जी हाँ बता दे की वक्त कंपनी ने 28 लाख मारुति 800 कारों का उत्पादन किया था जिनमें से 26 लाख कारें भारत में ही बेची गई थी तो वही दो लाख कारों का निर्यात किया गया था। वैसे बता दे की हरपाल सिंह ने पूरी जिंदगी इसी कार की सवारी की थी इस कार की कीमत उस समय 47,500 रुपये थी अपनी कार के बारे में बात करते हुए उन्होंने मीडिया से कहा।


“हम मेरठ के रास्ते पर दो बार रुके थे और इस दौरान कार को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए थे” बता दे की जब ये कार लॉन्च हुई थी उस समय कई लोगो ने इस के लिए अप्लाई किया था पर बहुत ही कम लोगो को ये कार मिली थी।हरपाल सिंह के छोटे दामाद अमरदीप वालिया का कहना है की कई लोगो इस कार के लिए लाखो रुपए देने के लिए तैयार थे उन्होंने इनकार कर दिया था। यही नहीं उन्होंने पूरी लाइफ उस कार से ही सफर किया।


वही अपने के मिलने के दिनों को याद करते हुए अहलुवालिया कहते हैं”इंदिरा गांधी के साथ इस कार्यक्रम में राजीव गांधी भी थे। वह मेरे ससुर को जानते थे क्योंकि दोनों इंडियन एयरलाइंस में काम कर चुके थे। हरपाल सिंह को कार की चाबी मिलने के बाद राजीव गांधी ने उन्हें गले लगाया था।”

Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *