राजस्थान: राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) द्वारा कोरोना महामारी (Corona Virus) की दूसरी लहर (Second Wave) के समाप्त होने के बाद भी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर (Oxygen Concentrators) की अत्यधिक भारी मात्रा में खरीदारी की गई।
दैनिक समाचार पात्र ‘दैनिक भास्कर’ (Dainik Bhaskar) की एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया कि राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) ने लगभग 20,000 अतिरिक्त कंसंट्रेटर महँगे दामों में खरीदे, अनुमानित रूप से लगभग ₹100 करोड़ का घोटाला किए जाने की बात सामने आ सकती है
राजस्थान सरकार ne 35 हज़ार मूल्य की मशीन खरीदी ₹1 लाख में
इसी कड़ी में राजस्थान की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में कॉन्ग्रेस सरकार द्वारा एक घोटाला किए जाने का अनुमान लगाया जा रहा है। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट में यह सामने आया कि राजस्थान सरकार (Rajjasthan Government) ने कोरोना वायरस दूसरी लहर की समाप्ति के बाद भी लगभग 20,000 अतिरिक्त कंसंट्रेटर खरीदे और सिर्फ यही नहीं इन सभी कंसंट्रेटर सामान्य से अधिक दाम पर खरीदे गए। बात तो यह भी सामने आ रही है कि कंसंट्रेटर दलालों के माध्यम से निजी कंपनियों से खरीदे गए।
इस पूरे मामले में यह सामने आई कि ₹35-40 हज़ार की कीमत के इन कंसंट्रेटर्स के लिए राजस्थान सरकार द्वारा ₹1 लाख रुपए प्रति कंसंट्रेटर तक दे दिए गए! आखिर क्या सोचकर? भीलवाड़ा, राजसमंद, कोटा, नागौर, झुँझुनू, अलवर, बाराँ तथा चित्तौड़ जैसे कई क्षेत्रों में एक से सवा लाख रुपए तक में कंसंट्रेटर खरीदे गए।
जिन कंपनियों से कंसंट्रेटर खरीदे गए हैं, उनका पहले भी पहले से कई घोटालों में नाम आ चुके हैं। NHM घोटाले में कमीशन बाँटने वाले व्यक्ति की संस्था के माध्यम से ही ये कंसंट्रेटर खरीदे गए।

अब कबाड़ का ढेर बने कंसंट्रेटर
इस पूरे मामले में यह भी सामने आया है कि खरीदे गए सभी उपकरणों में आधे से ज्यादा कंसंट्रेटर जाँच में स्वयं को काबिल साबित न कर सके। ‘दैनिक भास्कर’ (Dainik Bhaskar) की टीम ने कई उपकरणों की जाँच की एवं इसमें कई कंसंट्रेटर 5 लीटर प्रति मिनट पर ऑक्सीजन की शुद्धता केवल 30% ही प्रदान कर पाए।
घटिया कंसंट्रेटर दिए जाने के कारण भरतपुर मेडिकल कॉलेज (Bharatpur Medicle College) ने जयपुर (Jaipur) को पत्र लिखकर भी अपनी शिकायत दर्ज कराई और बताया कि प्रदान किए गए उपकरण कार्य करने में सक्षम नहीं हैं।
