पुडुचेरी में बोले PM Modi, कांग्रेस झूठ बोलने में गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल विजेता

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खबर सत्ता डेस्क, कार्यालय संवाददाता
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुडुचेरी में विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस दौरान पुडुचेरी की उपराज्यपाल तमिलसाई सुंदरराजन भी मौजूद रहीं। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान पुडुचेरी विकास के लिए हर संभव समर्थन का आश्वासन दिया और कहा कि एनडीए पुडुचेरी को बेस्ट बनाना चाहता है। बेस्ट से मेरा मतलब है – बी फॉर बिजनेस हब, ई फार एजुकेशन हब। एस फॉर स्प्रिचुअल हब और टी फार टूरिज्म हब। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि हमारे औपनिवेशिक शासकों की बांटो और राज करो की ​नीति थी, कांग्रेस की बांटो, झूठ बोलो और राज करो की नीति है। वो झूठ बोलने में गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल विजेता हैं। उन्होंने मत्स्यपालन मंत्रालय वाले बयान को लेकर राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता यहां आकर कहते हैं कि हम मछुआरों के लिए मत्स्यपालन मंत्रालय बनाएंगे, मैं हैरान था। सच ये है कि मौजूदा एनडीए सरकार ने 2019 में मछुआरों के लिए मंत्रालय बनाया था।

प्रधानमंती मोदी ने कहा कि 2016 में पुडुचेरी के लोगों ने बहुत उम्मीद के साथ कांग्रेस के लिए वोट किया। उन्हें लगा कि सरकार उनकी समस्याओं का समाधान करेगी। पांच साल बाद लोग निराश हैं। उनके सपने और उम्मीदें टूट चुकी हैं। कांग्रेस दूसरों को लोकतंत्र विरोधी कहने का कोई मौका नहीं छोड़ती, उन्हें खुद को शीशे में देखने की जरूरत है। उन्होंने हर संभव तरह से लोकतंत्र का अपमान किया। पुडुचेरी में उन्होंने पंचायत के चुनाव कराने से मना कर दिया। कांग्रेस सरकार ने पुडुचेरी में हर सेक्टर को नुकसान पहुंचाया। कांग्रेस लोगों के लिए काम करने में विश्वास नहीं करती है, मुझे समझ नहीं आता कि कांग्रेस क्यों नहीं चाहती कि कोई दूसरा लोगों के लिए काम करे।

प्रधानमंत्री मोंदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए आगे कहा कि 2016 में, पुडुचेरी को एक ऐसी सरकार मिली जो दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान की सेवा में व्यस्त थी। उनकी प्राथमिकताएं अलग थीं। पूरे भारत में लोग कांग्रेस को खारिज कर रहे हैं। संसद में उनकी सीटें इतिहास में अब तक सबसे कम हैं। सामंती राजनीति, वंशवाद की राजनीति, संरक्षण की राजनीति की कांग्रेस संस्कृति समाप्त हो रही है।

हाल ही में कांग्रेस नीत सरकार गिर

बता दें कि प्रधानमंत्री का केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी के दौरे पर ऐसे समय आए हैं, जब हाल में यहां काबिज कांग्रेस नीत सरकार गिर गई है। केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को वहां राष्ट्रपति शासन लगाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी के इस्तीफे के बाद किसी भी पार्टी ने सरकार बनाने का दावा नहीं किया। इसके बाद उपराज्यपाल ने राष्ट्रपति शासन की सिफारिश की, जिसे केंद्रीय कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। बता दें कि यहां इस साल चुनाव भी होने हैं।

हेल्थकेयर सेक्टर आने वाले समय में मुख्य भूमिका निभाएगा

प्रधानमंत्री ने इस दौरान कहा कि हेल्थकेयर सेक्टर आने वाले समय में मुख्य भूमिका निभाएगा। जो देश स्वास्थ्य में निवेश करेंगे वो चमकेंगे। इस साल के बजट में स्वास्थ्य सेक्टर को बड़ी बढ़त मिली है। उन्होंने यह भी कहा कि सभी को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने के उद्देश्य के अनुरूप, वे JIPMER में ब्लड सेंटर का उद्घाटन कर रहा हूं। उन्होंने यह भी कहा कि अपनी विकास की जरूरतों को पूरा करने के​ लिए भारत को विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत है। एनएच 45-ए की 4 लेन की आधारशिला रखी गई है। इससे कनेक्टिविटी बढ़ेगी और आर्थिक गतिविधियों की गति बढ़ेगी।

परियोजनाएं पुडुचेरी के लोगों के जीवन में होगा सुधार 

प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान कहा कि आज हम जिन विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन कर रहे हैं, इससे पुडुचेरी के लोगों के जीवन में सुधार होगा। यहां के लोग काफी प्रतिभाशाली हैं। यहां भूमि काफी सुंदर है। इस   यहां मुझे पुन: निर्मित मैरी बिल्डिंग का उद्घाटन करके बहुत खुशी हो रही है। विरासत को बरकरार रखते हुए इमारत को अपनी पुरानी रूप में फिर से बनाया गया है।

तट पुडुचेरी की आत्मा है

प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान कहा कि पूरे भारत में किसान नवाचार कर रहे हैं। यह हमारा कर्तव्य है कि उनकी उपज को अच्छे बाजार मिले। इसे सुनिश्चित किया जाए। भारत सरकार ने ग्रामीण और तटीय कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए कई प्रयास किए हैं। पूरे भारत में कृषि क्षेत्र को इससे लाभ मिलेगा। तट पुडुचेरी की आत्मा है। मत्स्य बंदरगाह विकास, जहाजरानी और एक ब्लू इकोनॉमी में काफी क्षमता है। सागरमाला योजना के तहत पुदुचेरी बंदरगाह विकास की नींव रखकर मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं। डीबीटी ने विभिन्न योजनाओं के तहत कई लाभार्थियों की मदद की है। यह लोगों को अपनी पसंद बनाने में सशक्त बनाता है। पुडुचेरी में औद्योगिक और पर्यटन विकास के लिए बहुत अधिक संभावनाएं हैं, जो रोजगार के बहुत सारे अवसर प्रदान करेगी।

खेल हमें खेल भावना सिखाता है

प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि मुझे यहां स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में 400 मीटर के सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक की आधारशिला रखकर खुशी हो है। यह खेलो इंडिया योजना का हिस्सा है। खेल हमें खेल भावना सिखाता है। पुडुचेरी के युवा अब राष्ट्रीय और वैश्विक खेलों में भाग ले सकते हैं। 100 बिस्तरों वाले गर्ल्स हॉस्टल का उद्घाटन आज खेलों की मदद के लिए एक और पहल है।

विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कराईकल में जवाहरलाल इंस्टिट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (JIPMER) में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। उन्होंने न्यू कैंपस- I की आधारशिला भी रखी। यह परियोजना लगभग 491 करोड़ रुपये की है। उन्होंने यहां ब्लड सेंटर का भी उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री चार लेन के एनएच 45 का भी शिलान्यास किया। 56 किलोमीटर का यह हाईवे सत्तानाथ पुरम से नागपट्टिनम तक होगा। इस परियोजना की लागत लगभग 2,426 करोड़ रुपये है। प्रधानमंत्री सागरमाला योजना के तहत पुडुचेरी में माइनर पोर्ट के विकास की आधारशिला भी रखी। बता दें कि प्रधानमंत्री तमिलनाडु के दौरे पर भी जाने वाले हैं।

राष्ट्रपति की सहमति मिलने के बाद विधानसभा भंग कर दी जाएगी

केंद्रीय कैबिनेट से राष्ट्रपति शासन लगाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है। अब राष्ट्रपति की सहमति मिलने के बाद वहां विधानसभा भंग कर दी जाएगी और प्रशासनिक कामकाज के लिए जल्द ही जरूरी कदम उठाए जाएंगे। चुनाव आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही वहां चुनावी आचार संहिता भी लागू हो जाएगी। अपने ही विधायकों के इस्तीफे कारण नारायणसामी सरकार अल्पमत में आ गई थी। सोमवार को विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले ही नारायणसामी ने अपनी कैबिनेट का इस्तीफा सौंप दिया।

तमिलनाडु में देश को नेवेली न्यू थर्मल पावर प्रोजेक्ट समर्पित करेंगे

तमिलनाडु में लगभग 4 बजे, प्रधानमंत्री मोदी देश को नेवेली न्यू थर्मल पावर प्रोजेक्ट समर्पित करेंगे। यह एक लिग्नाइट आधारित पावर प्लांट है जिसे 1000 मेगावाट की बिजली उत्पादन क्षमता के लिए डिज़ाइन किया गया है और इसमें 500 मेगावाट की क्षमता वाली दो इकाइयां हैं। ये परियोजना लगभग 8000 करोड़ रुपये की लागत का है। इससे तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और पुडुचेरी को लाभ मिलेगा। तमिलनाडु की हिस्सेदारी लगभग 65 प्रतिशत होगी। प्रधानमंत्री देश को एनएलसीआइएल का 709 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजना को भी समर्पित करेंगे, जो तिरुनेलवेली, तूतीकोरिन, रामनाथपुरम और विरुदनगर जिलों में लगभग 2670 एकड़ क्षेत्र में स्थापित है। यह परियोजना 3,000 करोड़ रुपये से अधिक की है।

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