नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार सुबह 11 बजे अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में देशवासियों को संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा कि मैं उन सभी लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं, जिन्होंने कोरोना से अपने करीबियों को खोया है. हम सभी इस मुश्किल घड़ी में उन लोगों के साथ मज़बूती से खड़े हैं, जिन्होंने इस आपदा का नुक़सान झेला है. देश की सामूहिक शक्ति और हमारे सेवा-भाव ने देश को हर तूफ़ान से बाहर निकाला है.
ऑक्सीजन टैंकर की सप्लाई में जुटी जल, थल, वायु सेना की तारीफ की. सेना के जवान जो कर रहे हैं वो रूटीन का काम नहीं है. ऐसी आपदा 100 साल बाद आई है. मैं सेना के काम को सलाम करता हूं.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमने पहली लहर में भी पूरे हौंसले के साथ लड़ाई लड़ी थी, इस बार भी वायरस के खिलाफ चल रही लड़ाई में भारत विजयी होगा. दो गज दूरी, मास्क से जुड़े नियम हों या फिर वैक्सीन, हमें ढिलाई नहीं करनी है. यही हमारी जीत का रास्ता है.
भारत दूसरे देशों की सोच और दबाव में नहीं
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज 30 मई को हम ‘मन की बात’ कर रहे हैं और संयोग से ये सरकार के 7 साल पूरे होने का भी समय है. इन वर्षों में देश ‘सबका-साथ, सबका-विकास, सबका-विश्वास’ के मंत्र पर चला है. जब हम ये देखते हैं कि अब भारत दूसरे देशों की सोच और उनके दबाव में नहीं, अपने संकल्प से चलता है, तो हम सबको गर्व होता है.
डिजिटल लेनदेन में दुनिया को नई दिशा दिखाई
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि इन सात सालों में भारत ने डिजिटल लेनदेन में दुनिया को नई दिशा दिखाने का काम किया है. हम रिकॉर्ड सैटेलाइट भी प्रक्षेपित कर रहे हैं और रिकॉर्ड सड़कें भी बना रहे हैं. इन सात वर्षों में ही देश के अनेक पुराने विवाद भी पूरी शांति और सौहार्द से सुलझाए गए हैं. पूर्वोत्तर से लेकर कश्मीर तक शांति और विकास का एक नया भरोसा जगा है.
मन की बात में प्रधानमंत्री ने कहा कि आज़ादी के बाद 7 दशकों में हमारे देश के केवल साढ़े तीन कनेक्शन थे. लेकिन पिछले 21 महीनों में ही साढ़े चार करोड़ घरों को साफ पानी के कनेक्शन दिये गए हैं. इनमें से 15 महीने तो कोरोना काल के ही थे.