नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 122वें एपिसोड में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की वीरगाथा का उल्लेख करते हुए यह स्पष्ट किया कि यह केवल एक सैन्य अभियान नहीं, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की एकता, साहस और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शुरुआत: बहादुरी की नई परिभाषा
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना द्वारा प्रारंभ किया गया ऑपरेशन सिंदूर एक त्वरित और सटीक कार्रवाई थी, जिसमें सीमा पार आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त किया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि यह ऑपरेशन न केवल भारत की सैन्य क्षमता को दर्शाता है, बल्कि यह दुनिया को यह संदेश देता है कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा।
आतंकवाद के विरुद्ध एकजुट भारत
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “आज पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है, क्रोधित है और संकल्पबद्ध है। यह हर भारतीय का प्रण बन गया है कि आतंकवाद को जड़ से समाप्त करना है।” यह संदेश देशभर में गूंज रहा है, और हर नागरिक, चाहे वह किसी भी कोने में हो, इस भावना से ओतप्रोत है।
भारतीय सशस्त्र बलों की वीरता: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का आधार
भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना के अदम्य साहस ने यह साबित कर दिया कि हमारा देश ना केवल जवाब देने में सक्षम है, बल्कि कार्रवाई में भी अग्रणी है। इस ऑपरेशन में मेड इन इंडिया तकनीक और हथियारों का प्रभावी इस्तेमाल किया गया।
प्रधानमंत्री ने कहा, “यह केवल सैनिकों की वीरता नहीं थी, बल्कि उसमें हमारे इंजीनियरों, तकनीशियनों और वैज्ञानिकों की मेहनत भी शामिल थी।” यह अभियान ‘आत्मनिर्भर भारत’ की नींव को और मजबूत करता है।
ऑपरेशन सिंदूर: भारत के बदलते दृष्टिकोण का प्रतीक
प्रधानमंत्री मोदी ने यह स्पष्ट किया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ केवल सैन्य प्रतिक्रिया नहीं है, यह भारत के बदलते स्वरूप, उसकी दृढ़ता और नए आत्मविश्वास का प्रमाण है।
“यह ऑपरेशन केवल एक सैन्य अभियान नहीं, बल्कि एक तस्वीर है नए भारत की, जो अब आतंकवाद के खिलाफ चुप नहीं बैठता, बल्कि करारा जवाब देता है।”
देशभर में फैली देशभक्ति की लहर
ऑपरेशन सिंदूर के बाद देशभक्ति की लहर ने समूचे देश को अपने रंग में रंग दिया। ‘तिरंगा यात्रा’ का आयोजन शहरों से लेकर गांवों तक हुआ, जिसमें हजारों लोग हाथों में राष्ट्रीय ध्वज लेकर सेना के प्रति सम्मान जताने सड़कों पर उतरे।
“चंडीगढ़, वाराणसी, पुणे, जयपुर और भोपाल जैसे शहरों में युवाओं ने नागरिक रक्षा अभियानों में बढ़-चढ़कर भाग लिया।” यह दर्शाता है कि यह केवल एक मिशन नहीं, बल्कि एक जनआंदोलन बन गया है।
‘सिंदूर’ बना नया राष्ट्रभक्ति का प्रतीक नाम
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में एक भावनात्मक पहलू की ओर भी ध्यान आकर्षित किया। बिहार के कटिहार जिले में एक परिवार ने अपनी नवजात बच्ची का नाम ‘सिंदूर’ रखा, वहीं उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में 17 नवजात कन्याओं को ‘सिंदूर’ नाम दिया गया।
यह केवल एक नाम नहीं, बल्कि राष्ट्रप्रेम की भावना और भारतीयता की आत्मा को अभिव्यक्त करता है।
‘मेड इन इंडिया’ हथियार: आत्मनिर्भरता की जीत
प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि इस अभियान में जिन हथियारों का उपयोग किया गया, वे भारत में विकसित किए गए थे। यह आत्मनिर्भर भारत की ओर एक बड़ा और ऐतिहासिक कदम है।
“भारत अब केवल रक्षा सामग्री आयात करने वाला देश नहीं रहा, बल्कि अब हम खुद रक्षा उपकरण बना रहे हैं। हमारी तकनीक, हमारी सोच और हमारा आत्मविश्वास हमें सशक्त बना रहा है।”
विश्व समुदाय में भारत की छवि को मिला नया आयाम
इस ऑपरेशन के बाद केवल भारत में ही नहीं, बल्कि वैश्विक मंच पर भी भारत की छवि मजबूत हुई है। आतंकवाद के खिलाफ हमारी नीति अब और अधिक ठोस और निर्णायक बन चुकी है।
“ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया को यह दिखा दिया कि भारत आतंकवाद को जड़ से उखाड़ने के लिए कोई भी कदम उठा सकता है।”
‘वोकल फॉर लोकल’ को नई ऊर्जा
प्रधानमंत्री ने इस अभियान के बाद देश में आई नई चेतना का उल्लेख करते हुए कहा कि लोग स्थानीय उत्पादों को अपनाने और प्रचारित करने के लिए और अधिक प्रेरित हुए हैं।
“आज गांव से शहर तक, हर व्यक्ति ‘वोकल फॉर लोकल’ को अपनाने का संकल्प ले रहा है, क्योंकि अब हम जानते हैं कि हमारे अपने देश में बनी चीजें ही हमारी असली ताकत हैं।”
भारत की नई रणनीति: संतुलित पराक्रम
प्रधानमंत्री ने यह भी रेखांकित किया कि ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की आतंकवाद विरोधी रणनीति में संतुलन स्थापित किया है।
“हमारी कार्रवाई मापी-तौली होती है, लेकिन उसका प्रभाव तीव्र और दूरगामी होता है। हम उकसावे में नहीं आते, परंतु जब समय आता है, तो संपूर्ण पराक्रम से प्रहार करते हैं।”
एक भारत, अजेय भारत
ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल आतंकवाद को करारा जवाब दिया, बल्कि देश को एकजुट कर एक नया संदेश दिया कि भारत अब किसी भी चुनौती से पीछे नहीं हटता।
यह अभियान हमारे भविष्य की दिशा तय करता है — एक ऐसा भारत जो आत्मनिर्भर, साहसी, तकनीकी रूप से सक्षम और अटूट राष्ट्रभक्ति से भरा हुआ है।