दिल्ली में कोरोना वायरस से डेढ़ माह के शिशु की मौत हो गई। लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के कलावती शरन अस्पताल के आईसीयू में भर्ती शिशु ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। दिल्ली में अब तक सबसे कम आयु का यह शिशु था।
निजामुद्दीन और दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान के बाद कलावती शरन अस्पताल तीसरा सबसे बड़ा हॉटस्पॉट के रुप में उभर कर सामने आया है। अब तक यहां दो डॉक्टर सहित 11 लोग संक्रमित हो चुके हैं जिनमें दो मासूम भी शामिल हैं। इन्हीं में से एक डेढ़ माह के शिशु ने दम तोड़ दिया। बाल रोग विभाग के आईसीयू में सात शिशु वेंटिलेटर पर हैं। इन्हें दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार शनिवार को अस्पताल के आईसीयू में भर्ती दो शिशु कोरोना संक्रमित मिलने के बाद हड़कंप मच गया। आनन फानन में इन बच्चों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कराने के प्रयास शुरू हो चुके थे। इसी बीच रात को एक शिशु ने दम तोड़ दिया। कुछ दिन पहले अस्पताल में एक महिला डॉक्टर कोरोना संक्रमित मिली थी।
इसके बाद से अब तक 8 स्वास्थ्य कर्मी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं जबकि एक 10 माह का शिशु और उसका पिता भी कोरोना संक्रमित मिला है। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग ने देर रात इसकी पुष्टि नहीं की है। महानिदेशक डॉ. नूतन मुंडेजा से संपर्क भी किया गया लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।
कलावती अस्पताल में भर्ती 10 माह का बच्चा संक्रमित
निजामुद्दीन स्थित मरकज और दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान के बाद अब कलावती अस्पताल राजधानी का तीसरा सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बन चुका है। अस्पताल के आईसीयू में भर्ती 10 महीने का बच्चा भी संक्रमित मिला है। साथ ही अस्पताल के 9 और डॉक्टर, तीमारदार संक्रमित पाए गए हैं। केंद्र सरकार के लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के तहत आने वाले कलावती अस्पताल में कुछ दिन पहले द्वारका निवासी एक डॉक्टर संक्रमित मिली थी, जिसके बाद से अब तक यहां 10 संक्रमित मामले सामने आ चुके हैं।
संक्रमित मरीज मिलने के बाद बाल रोग विभाग के आईसीयू को बंद किया जा सकता है। बच्चे का पिता भी संक्रमित है। अब तक अस्पताल में दो डॉक्टर, छह नर्स व अन्य स्टाफ भी संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 30 से ज्यादा लोगों को क्वारंटीन किया जा चुका है। अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार कई डॉक्टर, नर्स व पैरामेडिकल स्टाफ की रिपोर्ट आने का इंतजार है।
एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि आईसीयू में सात बच्चे वेंटिलेटर पर हैं। इनकी जांच करना भी जरूरी है। इन्हें दूसरे अस्पताल में रेफर करना भी पड़ेगा। कलावती अस्पताल दिल्ली के सबसे बड़े बाल रोग विशेषज्ञ अस्पतालों में से एक है। यहां पिछले तीन दिन में एक के बाद एक 10 मरीज सामने आ चुके हैं। इसलिए आईसीयू को बंद करने के अलावा फिलहाल कोई विकल्प नहीं है। रविवार को अस्पताल में सैनिटाइजेशन किया जाएगा।
पिछले महीने निजामुद्दीन स्थित मरकज से करीब 2300 लोगों को निकाला गया था। इनमें 1080 संक्रमित मिल चुके हैं। इसके बाद दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान में सबसे पहले एक महिला डॉक्टर विदेश से लौटे अपने भाई के संपर्क में आने से संक्रमित हुई थी। इसके बाद लगातार कई लोग संक्रमित हुए। जिसमें चार कैंसर मरीज, एक तीमारदार, एक सुरक्षा गार्ड, तीन डॉक्टर, 18 नर्स और एक नर्स का 2 वर्षीय बच्चा शामिल है।