नई दिल्ली: भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) आईपीओ (IPO) का इंतजार कर रहे लोगों के लिए राहत भरी खबर लेकर आया है। एलआईसी (LIC) का बहुप्रतीक्षित आईपीओ (IPO) पॉलिसीधारकों (LIC POLICY HOLDERS) को विशेष छूट प्रदान करेगा।
ईटी नाउ के मुताबिक, पॉलिसीधारकों को आईपीओ में 5 फीसदी की छूट मिलेगी। खुदरा बोलीदाताओं और कर्मचारियों को भी प्राइस बैंड पर कुछ छूट मिलने की उम्मीद है ।
एलआईसी का आईपीओ (LIC IPO) कब लिस्ट होगा, यह आर्थिक जगत पूरी तरह नजरे टिकाये हुए है। भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) आरंभिक सार्वजनिक पेशकश ( IPO) विवरणिका अंतिम चरण में है।
एलआईसी (LIC) जल्द ही ड्राफ्ट रेडी हियरिंग प्रॉस्पेक्ट (DRHP) जमा करेगी। एलआईसी के आईपीओ (LIC IPO) को मार्च के अंत तक सूचीबद्ध किए जाने की चर्चा है। वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट में 1.75 लाख करोड़ रुपये के वितरण का लक्ष्य रखा गया है।
LIC IPO का रिकॉर्ड कदम:
इश्यू प्राइस पर एलआईसी आसानी से मार्केट कैप में देश की टॉप तीन कंपनियों में शामिल हो सकती है। अगर लिस्टिंग के बाद भी एलआईसी का प्रदर्शन मजबूत रहता है, तो आईपीओ और शेयर बाजारों में बीमा कंपनी की दादागिरी जारी रहेगी। IIL और TCL कंपनियों के भी ओवरटेक करने की उम्मीद है। सरकार ने चालू वित्त वर्ष में विनिवेश के जरिए 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है।
केंद्र के IPO के लिए सब कुछ:
सबसे बड़ी बीमा कंपनी के आईपीओ के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। पिछले साल सितंबर में 10 मर्चेंट बैंकरों को काम पर रखा गया था। इनमें गोल्डमैन सैक्स, सिटीग्रुप और नोमुरा शामिल हैं। सिरिल अमरचंद मंगलदास को कानूनी सलाहकार नियुक्त किया गया। सरकार ने साफ कर दिया है कि एलआईसी का आईपीओ इसी वित्त वर्ष में आएगा। एलआईसी का आईपीओ कब हिट होगा इसकी घोषणा बजट में होने की संभावना है।
IPO क्या है?
आईपीओ एक आरंभिक सार्वजनिक पेशकश है। बाजार में पैसा जुटाने/उठाने का एक तरीका है। कंपनी को पैसे की जरूरत है। फिर शेयर बाजार में सूचीबद्ध होते हैं। आईपीओ से जुटाई गई रकम को कंपनी अपने विवेक से खर्च करती है। इस राशि का उपयोग कंपनी ऋण चुकाने या कंपनी के लाभ के लिए किया जा सकता है। स्टॉक एक्सचेंज में शेयरों को सूचीबद्ध करने से कंपनी को अपने शेयरों का सही मूल्य प्राप्त करने में मदद मिलती है।