डेस्क।कोरोना की महामारी की दूसरी लहर के दौरान देश में ऑक्सीजन की जबरदस्त किल्लत देखने को मिली। कई मरीजों की मौत ऑक्सीजन की सप्लाय न होने के कारण हुई। ताजा खुलासा दिल्ली को लेकर हुआ है।
दरसल, दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने तब ऑक्सीजन की जबरदस्त मांग केंद्र सरकार से की थी। पूरी सप्लाय नहीं होने से मामला सुप्रीम कोर्ट में गया तो सर्वोच्च अदालत ने ऑक्सीजन ऑडिट कमेटी का गठन किया। अब ऑक्सीजन ऑडिट कमेटी की रिपोर्ट आ गई है।
इसमें खुलासा हुआ है कि केजरीवाल सरकार ने जरुरत से चार गुना ज्यादा ऑक्सीजन की मांग की। दिल्ली सरकार को करीब 289 मैट्रिक टन ऑक्सीजन की दरकार थी और करीब 1200 मैट्रिक टन की मांग की गई।
अब यह रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट की अगली सुनवाई के दौरान जजों के सामने पेश की जाएगी। रिपोर्ट में कहा गया कि केजरीवाल सरकार की इस हरकत का असर उन 12 राज्यों पर पड़ा जहां ऑक्सीजन की कमी से कई मरीजों ने जान गंवाई।
Oxygen Audit Report सामने आने के बाद भाजपा हमलावर हो गई है। भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने ट्वीट किया है कि अरविंद केजरीवाल को देश से माफी मांगना चाहिए।
बता दें, ऑक्सीजन संकट के दौरान आम आदमी पार्टी की ओर से खूब राजनीति की गई थी। केजरीवाल ने ऑक्सीजन संकट के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया था। केजरीवाल ने लगभग रोज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने का काम किया। वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी का कहना है कि केजरीवाल ने पूरे देश के सामने अपनी नाक कटवा ली है।