झुंझुनू: झुंझुनू जिले के सूरजगढ़ उपखंड के सिरसला गांव के बेटे अजय सिंह यादव को राष्ट्रपति वीरता पदक से सम्मानित किया जाएगा। अजय सिंह सीआरपीएफ में उप निरीक्षक हैं।
2019 में अजय सिंह ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए दो ईनामी नक्सलियों को ढेर कर दिया था। अब उनका चयन राष्ट्रपति वीरता पदक के लिए किया गया है। अजय सिंह फिलहाल एनडीआरएफ की छठी बटालियन में वड़ोदरा में तैनात हैं।
अजय सिंह यादव झारखंड के गुमला जिले में 24 फरवरी 2019 को 209 कोबारा कमांडो टीम का नेतृत्व कर रहे थे। सर्च ऑपरेशन के दौरान टीम पर नक्सिलियों ने हमला कर दिया था।
लगभग पांच घंटे तक मुठभेड़ चली। जिसमें अजय सिंह ने अपने प्राणों की परवाह किए बिना दो नक्सलियों को मार गिराया। उन पर दस-दस लाख रुपए का ईनाम घोषित था।
दूर-दूर तक दोनों का आतंक फैला हुआ था। यादव ने इस दौरान नक्सलियों से भारी मात्रा में हथियार और बारूद भी बरामद किया था। इस खतरनाक ऑपरेशन में कुशल नेतृत्व के लिए राष्ट्रपति ने अजय सिंह को पुलिस वीरता पदक के लिए चुना है।
अजय सिंह को वीरता पदक मिलने की घोषणा के बाद सिरसला गांव में मिठाई बांटी गई। गांव में खुशी की लहर है। हर कोई अजय की वीरता की चर्चा कर रहा है।
अजय सिंह यादव के पिता विजय सिंह सेना से रिटायर्ड नायब सूबेदार हैं। मां सुमित्रा गृहिणी हैं। अजय की पत्नी ममता देवी ने भी पति को शौर्य की सराहना की है।
उन्होंने कहा कि यह पूरे देश के लिए गर्व की बात है। अजय के भाई संजय यादव ने बताया कि भाई की प्रारंभिक शिक्षा गांव सिरसला में हुई।
स्नातक व स्नातकोत्तर की पढाई चिड़ावा से की। पिता से वीरता की कहानियां सुनकर ही वे सीआरपीएफ में नौकरी लगे। वर्ष 2012 में सीधे उप निरीक्षक बने थे।