Gupt Navratri 2021: गुप्त नवरात्री 2021 हिन्दू पंचांग के हिसाब से 12 फरवरी 2021 से माघ मास का शुक्ल पक्ष प्रारंभ हो रहा है. इस शुक्ल पक्ष से माघ मास की गुप्त नवरात्रि 2021 भी प्रारंभ हो रही है. माघ गुप्त नवरात्री (Gupt Navratri 2021) मां दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए गुप्त नवरात्रि 2021 (Gupt Navratri 2021) का पर्व महत्वपूर्ण माना गया है.
यहाँ जाने गुप्त नवरात्रि 2021 का शुभ मुहूर्त और समय
दिनांक 12 फरवरी को गुप्त नवरात्रि 2021 (Gupt Navratri 2021) कलश स्थापना मुहूर्त (Gupt Navratri 2021 Kalash Sthapana) सुबह 8:34 से 9:59 बजे तक है. गुप्त नवरात्री के प्रथम दिन हिन्दू पंचांग के अनुसार अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:13 से 12:58 बजे तक रहेगा. इस बार गुप्त नवरात्री में ख़ास यह है कि इस बार माघ गुप्त नवरात्रि 2021 (Magh Gupt Navratri 2021) 10 दिनों की होगी. और ऐसा इसलिए होगा क्योंकि 17 और 18 फरवरी को दोनों दिन षष्टी की तिथि होगी.
21 फरवरी को गुप्त नवरात्रि का समापन होगा
गुप्त नवरात्रि का आरंभ (Gupt Navratri 2021) 12 फरवरी को होगा और समापन 21 फरवरी रविवार को किया जाएगा.
जानिए गुप्त नवरात्रि के 9 दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं-
-गुप्त नवरात्रि (Gupt Navratri 2021) के दौरान मांस-मदिरा, लहसुन और प्याज का बिल्कुल सेवन नहीं करना चाहिए।
– मां दर्गा स्वयं एक नारी हैं, इसलिए नारी का सदैव सम्मान करना चाहिए। जो नारी का सम्मान करते हैं, मां दुर्गा उन पर अपनी कृपा बरसाती हैं।
-नवरात्रि (Gupt Navratri 2021) के दिनों में घर में कलेश, द्वेष या अपमान नहीं करना चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से बरकत नहीं होती है।
-नवरात्रि में स्वच्छता का विशेष ख्याल रखना चाहिए। नौ दिनों तक सूर्योदय से साथ ही स्नान कर साफ वस्त्र धारण करने चाहिए।
– नवरात्रि (Navratri) के दौरान काले रंग के वस्त्र नहीं धारण करने चाहिए और ना ही चमड़े के बेल्ट या जूते पहनने चाहिए।
– मान्यता है कि नवरात्रि (Navratri) के दौरान बाल, दाढ़ी और नाखून नहीं काटने चाहिए।
– नवरात्रि (Navratri) के दौरान बिस्तर पर नहीं बल्कि जमीन पर सोना चाहिए।
-घर पर आए किसी मेहमान या भिखारी का अपमान नहीं करना चाहिए।
माघ गुप्त नवरात्र 2021 (Magh Gupt Navratri 2021)
12 फरवरी: प्रतिपदा मां शैलपुत्री, घटस्थापना.
13 फरवरी: मां ब्रह्मचारिणी देवी पूजा.
14 फरवरी: मां चंद्रघंटा देवी पूजा.
15 फरवरी: मां कुष्मांडा देवी पूजा.
16 फरवरी: मां स्कंदमाता देवी पूजा.
17 और 18 फरवरी षष्ठी तिथि: मां कात्यानी देवी पूजा.
19 फरवरी सप्तमी तिथि: मां कालरात्रि देवी पूजा.
20 फरवरी अष्टमी तिथि: मां महागौरी, दुर्गा अष्टमी.
21 फरवरी नवमी तिथि: मां सिद्धिदात्री, व्रत पारण.