नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भारत में कोरोना (Coronavirus) रिकवरी रेट में लगातार सुधार हो रहा है. मौजूदा समय में ये बढ़कर अब 22 फीसदी हो गया है, जो दुनिया के दूसरे देशों के मुकाबले काफी बेहतर है. मंत्रालय ने बताया कि अन्य देशों के मुकाबले भारत में कोरोना मरीजों की मौत की दर यानी डेथ रेट भी काफी बेहतर है.
मंत्रालय ने बताया कि भारत में 3.1 फीसदी डेथ रेट है, जबकि पूरी दुनिया का 7 फीसदी है. भारत में भले ही संक्रमण के मामले बढ़ रहे हो लेकिन ठीक होने वालों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है और अब तक 5913 लोग अब तक ठीक हो चुके हैं. इसके अलावा कोरोना मरीजों का डबलिंग रेट में भी लगातार सुधार हो रहा है. फिलहाल यह 10.5 डेज है
स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्ष वर्धन (Harsh Vardhan) के मुताबिक लॉकडाउन के चलते संक्रमण को रोकने में मदद मिली है. उन्होंने बताया कि सरकार का क्लस्टर मैनेजमेंट और क्लस्टर कंटेनमेंट जोन बनाकर हालात से निपटना का फैसला काफी कारगर साबित हुआ है. वर्धन ने बताया कि देश के 283 जिले ऐसे हैं जहां से अभी कोरोना संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है. जबकि देश में 64 जिलों में बीते 7 दिन से कोई संक्रमण का नया मामला नहीं आया है. वहीं देश के 48 जिले ऐसे भी हैं जहां पिछले 14 दिन से कोई नया मामला सामने नहीं आया है.
इसी क्रम में उन्होंने बताया कि देश के 33 जिले ऐसे हैं जिनमें 21 दिन से कोरोना संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आया है. अच्छी बात यह है कि 18 जिले ऐसे हो चुके हैं जिनमें 28 दिनों से संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आया. इसके अलावा देश के भीतर ही 106 उत्पादन पीपी किट का उत्पादन कर रहे हैं. इसके अलावा 10 मैन्युफैक्चरर्स देश के भीतर ही N95 मास्क का निर्माण कर रहे हैं.
देश के भीतर ही 9 मैन्युफैक्चरर 59000 वेंटिलेटर को तैयार करने में जुटे हैं. देश में अभी 2.17 फीसदी कोरोना संक्रमण के मरीजों को ही आईसीयू में रखने की जरूरत पड़ी है. जबकि 1.29% को ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत पड़ी है. साथ ही अभी तक 0.36 फीसदी लोगों को ही वेंटिलेटर की जरूरत पड़ी है. स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि देश कोरोना के खिलाफ जंग जीतने में आगे बढ़ रहा है