सड़क व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि मजदूरों को लेकर केंद्र सरकार चिंतित है. हर स्तर पर इंतजाम किया जा रहा है. सरकार ने अनाज के भंडार को खोल दिया है. उन्होंने कहा कि केंद्र के साथ-साथ सरकार हरसंभव प्रवासी मजदूरों की मदद कर रही है.
सरकार गरीबों को लेकर गंभीर
गडकरी ने कहा कि पीएम मोदी के ऐलान के बाद पिछले दिनों वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी गरीबों के लिए उठाए गए कदम के बारें में देश को विस्तार से बताया है. गडकरी ने कहा, आज की तारीख में प्रवासी मजदूर अंदर से डरे हुए हैं, मजदूरों के अंदर विश्वास जगाना होगा, उन्हें समझाने की जरूरत है, उन्हें बताना होगा कि स्थिति धीरे-धीरे बेहतर हो रही है.’
आजतक के खास कार्यक्रम ई-एजेंडा में नितिन गडकरी ने कहा कि इससे देश की अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है. ई-एजेंडा के ‘कर लो दुनिया मुट्ठी में’ कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने जो पैकेज दिया है वो इकोनॉमिक रिफॉर्म के लिए है.
गरीबों के लिए उठाए गए कई कदम: गडकरी
गडकरी ने कहा कि गरीबों की मदद के लिए ‘वन नेशन-वन राशन कार्ड’ लागू किया जा रहा है. ताकि प्रवासी मजदूरों को आसानी से कहीं भी अनाज मिल पाए. उन्होंने कहा कि सरकार मुफ्त अनाज के साथ-साथ जनधन खातों में पैसे डाल रही है.
मजदूरों में आज विश्वास की कमी: गडकरी
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रवासी मजदूरों की कुछ ऐसी तस्वीरें आई हैं, जो नहीं आनी चाहिए थी. उन्होंने कहा कि पैदल चल रहे मजूदरों को मजदूरों को समझाना होगा कि अब जल्द ही कारोबार शुरू होना वाला है, उन्हें रोजगार मिल जाएगा. उसके बाद भी अगर कोई मजदूर घर जाना चाहता है तो फिर उसे सही-सलामत घर पहुंचाने की जरूरत है. ये काम केंद्र और राज्य को मिलकर करना होगा. इसमें समाज की भी अहम भूमिका है.
गौरतलब है कि 12 मई की रात 8 बजे देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी बड़े राहत पैकेज का ऐलान किया है. कोरोना संकट की वजह से सब कुछ बंद हैं, अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए पीएम मोदी ने ये ऐलान किया है. पीएम मोदी ने कहा कि थकना, हारना, टूटना-बिखरना, मानव को मंजूर नहीं है. सतर्क रहते हुए, ऐसी जंग के सभी नियमों का पालन करते हुए, अब हमें बचना भी है और आगे भी बढ़ना है