Sikar (Rajasthan): किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने आज मंगलवार 22 फरवरी को कहा कि अगर केंद्र सरकार ने तीन नए कृषि कानूनों को निरस्त नहीं किया तो प्रदर्शनकारी किसान संसद का घेराव करेंगे। यहाँ तक उन्होंने किसानों से अपील की कि वे ‘दिल्ली मार्च’ (Delhi March) के लिए तैयार रहें क्योंकि इसे किसी भी समय किया जा सकता है।
किसान नेता टिकैत (Rakesh Tikait) मंगलवार को राजस्थान के सीकर में संयुक्त किसान मोर्चा के किसान महापंचायत को संबोधित कर रहे थे । संबोधन के दौरान ही उन्होंने कहा, “इस बार संसद घेराव के लिए आह्वान किया जाएगा, हम इसकी घोषणा करेंगे और फिर दिल्ली की ओर मार्च करेंगे। और उन्होंने यह भी कहा कि इस बार चार लाख ट्रैक्टरों के बजाय 40 लाख ट्रैक्टर होंगे।”
खुद को किसान नेता बताने वाले टिकैत ने कहा कि प्रदर्शनकारी किसान इंडिया गेट के पास पार्कों की जुताई करेंगे और वहां फसलें पैदा करेंगे। उन्होंने कहा कि संयुक्त मोर्चा के नेता संसद को घेराव करने की तारीख तय करेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि 26 जनवरी को देश के किसानों को बदनाम करने की साजिश थी, जब राष्ट्रीय राजधानी में उनके ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा भड़क गई थी। “देश के किसान तिरंगे से प्यार करते हैं, लेकिन इस देश के नेताओं से नहीं।”
टिकैत ने कहा कि किसान सरकार को खुले तौर पर चुनौती दे रहे हैं कि यदि वह तीनों विवादास्पद कृषि कानूनों को निरस्त नहीं करती है और एमएसपी को लागू नहीं करती है, तो देश के किसान बड़ी कंपनियों के गोदामों को भी ध्वस्त कर देंगे। उन्होंने कहा कि संयुक्त मोर्चा इसके लिए जल्द ही एक तारीख भी देगा।