नईदिल्ली “संजू पाण्डेय”: भारत में वैक्सीन का किफायदी उपयोग जरूरीपूरी दुनिया इस समय महामारी के साये से गुजर रही है करोड़ो लोग इससे संक्रमित हो चुके और लाखो लोगों की जान जा चुकी है ऐसे में हमारे देष भारत में भी हालत काफी खराब हो रहे है देष में फिर से कोरोना अपने पैर फैला रहा है और इसे कोरोना की दूसरी लहर माना जा रहा है और खतरे से बचने के लिए जरूरी है देष को कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण की रफतार को बढ़ना साथ ही साथ वेक्सीन का सद्उपयोग करना भी जरूरी है
जहां देष में दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है वही कुछ राज्यों में वेक्सीन की बरबादी भी हो रही है जो कि चिंता का विषय है स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार भारत में 6.5 प्रतिषत बर्बाद हो रही है स्वास्थ्य सचिव राजेष भूषण ने बताया है कि अब तक देष मे 3.50 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन की खुराक दी गयी है
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बताया गया है कि तेलंगाना, आंध्रप्रदेष और उत्तरप्रदेष तीन ऐसे राज्य है जहां सबसे ज्यादा वैक्सीन की खुराक बर्बाद हुई है जहां एक ओर तेलगांना सबसे षिक्षित राज्यों में गिना जाता है वहां सबसे ज्यादा 17.6 प्रतिषत वैक्सीन की खुराक बर्बाद हो रही है ऐसी ही स्थिति आध्रंप्रदेष में है जहां करीब 11.6 प्रतिषत वैक्सीन की खुराक बर्बाद हुई है।
इस तरह से टीको की बर्बादी को देखते हुए के्रंद सरकार ने राज्यो को इसका किफायदी तरीके से इस्तेमाल करने की चेतावनी दी है स्वास्थ्य सचिव अब तक देष में टीके की 3.50 करोड़ खुराक दी गई है, इनमें से 1.38 करोड़ खुराक 45 से 60 साल की उम्र के बीच में जो लोग जिन्हे कोई गंभीर बिमारी है और 60 साल से अधिक की उम्र के लोगों को वैक्सीन दी गई है।
इस बीच अब यह सवाल उठता है कि गलती कहा हो रही है राज्य सरकारें क्यों वैक्सीन की खुराक को बर्बाद होने से रूक नही पा रही है घ् राज्य सरकार की विषेष जिम्मेदारी है कि एक अच्छी योजना बनाकर लोगों को जगरूक करके वैक्सीन का सदउपयोग किया जाये, सरकार को इस ओर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है वरना देष फिर से कोरोना महामारी की चपेट मे आ सकता है