पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ता मतदान केंद्रों पर जबरन कब्जा कर रहे हैं और तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों समेत पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमला कर रहे हैं। बनर्जी ने कहा कि वह ‘‘डराने-धमकाने के इस प्रकार के हथकंडों” से नहीं घबराएंगी। बनर्जी ने अलीपुरद्वार जिले में यहां एक जनसभा के दौरान आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने आरामबाग से तृणमूल कांग्रेस प्रत्याशी सुजाता मंडल का पीछा किया और एक मतदान केंद्र के पास उनके सिर पर चोट पहुंचाई। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी अनुसूचित जाति उम्मीदवार सुजाता जब मतदान केंद्र पहुंचीं, तो उन्होंने (भाजपा कार्यकर्ताओं ने) उन्हें गंभीर चोट पहुंचाई।
उन्होंने खानाकुल में भी एक अन्य उम्मीदवार पर हमला किया। कैनिंग ईस्ट में सुरक्षा बलों ने हमारे उम्मीदवार शौकत मुल्ला को एक मतदान केंद्र में प्रवेश नहीं करने दिया। राज्य भर में हमारे उम्मीदवारों, पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमले की इस प्रकार की कई घटनाएं हुई हैं।” मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें सुबह से हमले और हिंसा की कम से कम 100 शिकायतें मिली हैं और निर्वाचन आयोग को इस बारे में जानकारी दी गई है, लेकिन इसका कोई लाभ नहीं हुआ। बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा की रैलियों में ‘‘कम संख्या में लोगों के आने” के बाद दिल्ली में उनके नेतृत्व ने यह गहरा षड्यंत्र रचा। उन्होंने कहा, ‘‘सुरक्षा बलों से मतदान केंद्र पर कब्जा करने के प्रयासों को नहीं रोकने को कहा गया है।” उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव शुरू होने के बाद से हमारे चार कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया। आप (भाजपा) हमें इस प्रकार की हरकतों से डरा-धमका नहीं सकते।”
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में 31 सीटों के लिए मतदान शुरू
आपको बतां दे कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तीसरे चरण के तहत 31 सीटों के लिए मतदान मंगलवार को कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे शुरू हो गया। अधिकारियों ने इस बारे में बताया। उन्होंने बताया कि दक्षिण 24 परगना जिले (भाग 2) में 16 सीटों, हावड़ा (भाग 1) में सात सीटों और हुगली (भाग 1) में आठ सीटों पर हो रहे मतदान में कोविड-19 की रोकथाम संबंधी नियमों का सख्ती से पालन किया जा रहा है। सुबह साढ़े छह बजे से ही मतदान के लिए लोगों की लंबी कतारें देखी गयीं। राज्य में मंत्री आशिमा पात्रा, भाजपा नेता स्वप्न दास गुप्ता और माकपा नेता कांति गांगुली समेत 205 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। चुनाव में 78.5 लाख से अधिक मतदाता मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। चुनाव आयोग ने सभी विधानसभा क्षेत्रों को संवेदनशील घोषित करते हुए सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की है।